National Party Status AAP: कल सोमवार 10 अप्रैल 2023 आम आदमी पार्टी के अपनी राजनीतिक सफलता के सबसे यादगार तारीख लेकर आया। जिस दिन उसने एक क्षेत्रीय पार्टी से राष्ठ्रीय पार्टी होने की उपलब्धि पाया। भारतीय निर्वाचन आयोग ने उसे राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा दे दिया। ये उपलब्धि पार्टी को तब मिली है जब देश के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। तो दूसरी तरफ कई अन्य राष्ट्रीय पार्टियों ने इस दर्जे को खो दिया। जिसमें टीएमसी, एनसीपी तथा सीपीआई प्रमुख हैं। इस हिसाब से देखें तो AAP के हाथ में एक बड़ी सफलता हाथ लग गई है।
जानें AAP को कैसे मिला राष्ट्रीय दर्जा
बता दें इस समय आम आदमी पार्टी का चार राज्यों में प्रतिनिधित्व है। जिसमें दिल्ली और पंजाब में उसकी पूर्ण बहुमत की सरकारें हैं। जिसका फायदा उसे राज्यसभा में उसके 10 सांसद प्रतिनिधित्व करते हैं। तो गुजरात में उसके 5 और गोवा में 2 विधायक हैं। इस प्रकार AAP के इस समय कुल 161 विधायक देश में हैं। जब कि लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है।
AAP की यात्रा पर बोले केजरीवाल
इस मौके पर AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पार्टी ने दफ्तर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि AAP को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करना गजब ही हो गया। यह अद्भुत, चमत्कार और अकल्पनीय है। 26 नबंवर 2012 को बनी पार्टी ने सोचा भी नहीं था कि एक भी विधायक बन पाएगा। आज दस- साढ़े दस साल में राष्ट्रीय पार्टी बन गई। 6 राष्ट्रीय दलों में आज केवल 3 ही दल ऐसे हैं जिनकी एक या एक से ज्यादा राज्यों में सरकार है। उसमें AAP शामिल है। बीजेपी और कांग्रेस के बाद AAP के यहां तक पहुंचने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों, शुभचिंतकों, वोटर्स और हमारी आलोचना करने वालों को बधाई देता हूं।
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जानें राष्ठ्रीय पार्टी होने क्या फायदे मिलते हैं
- राष्ट्रीय दर्जा मिलने के बाद राष्ठ्रीय राजधानी दिल्ली में पार्टी का केंद्रीय कार्यालय खोलने के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से या तो कोई भवन अथवा कोई भूमि मुफ्त उपलब्ध कराने की जरूरी मंजूरी प्रदान करता है।
- राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद अब सबसे बड़ा फायदा पार्टी का सिंबल हमेशा के लिए आरक्षित हो जाता है।
- अब दूरदर्शन और आकाशवाणी पर कवरेज में जगह मिलेती है। अपना प्रचार करने के लिए पार्टी को एक निश्चित समय दिया जाता है।
- चुनाव प्रचार में पार्टी अपने 40 स्टार प्रचारकों को उतार सकती है। जिसका खर्चा उम्मीदवारों के खर्चे के बाहर पार्टी अलग से कर सकती है।
- राष्ट्रीय पार्टी देश में किसी भी जगह से चुनाव लड़ सकती है।
- नामांकन दाखिल करते समय एक प्रस्तावक होने पर भी मान्य किया जाता है।
- निर्वाचन आयोग मतदाता सूची संशोधन पर दो सेट मुफ्त देता है। उम्मीदवारों को भी मतदाता सूची मुफ्त उपलब्ध कराता है।
जानें कैसे मिलता है यह दर्जा
एक राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए कई तरह की कैटेगरी तय की गई हैं।
- पार्टी को कम से कम 4 राज्यों में क्षेत्रीय दल का दर्जा हासिल हो।
- संसद में 4 लोकसभा सीटों के साथ ही लोकसभा या राज्यसभा चुनावों में 6 फीसदी वोट शेयर हासिल किया हो।
- कम से कम 3 राज्यों में लोकसभा की 3 फीसदी सीटें जीती हों ।
- यदि उसका वोट शेयर 6 से कम है तो कम से कम 3 सीटें जीती हों।
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