PM GatiShakti: पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान (PM Gatishakti) से देश भर की इंफ्रा परियोजनाओं की मंजूरी की प्रक्रिया अब काफी तेज हो गई है। चार महीनों में ही करीब 5 लाख करोड़ की 66 परियोजनाओं को पीएम गति शक्ति से मंजूरी दी जा चुकी है। अक्टूबर 2022 में पीएम गति शक्ति को लॉन्च किया गया था।
इंडस्ट्री डिपॉर्टमेंट (Industry Department) की विशेष सचिव सुमिता डावरा की मानें तो मंजूरी के बाद अब इन परियोजनाओं पर काम करने के लिए आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। डावरा ने बताया कि इन परियोजनाओं में कई बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इनमें गुरदासपुर-जम्मू-श्रीनगर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन 6,931 करोड़ रुपए, मारवाड़ औद्योगिक क्लस्टर 922 करोड़ रुपए और बारबिल-नयागढ़-बरसून 8,840 करोड़ रुपए सहित कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। उनका कहना है कि पीएम गतिशक्ति ने इन परियोजनाओं की मंजूरी में अहम भूमिका निभाई है।
सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर को करेगा मजबूत
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान पोर्टल (PM Gatishakti National Masterplan Portal) नई परियोजनाओं की मंजूरी और विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। गोयल ने कहा कि यह पोर्टल अपने प्राथमिक लक्ष्य के अलावा अस्पताल, स्कूलों जैसे सामाजिक बुनियादी ढांचों की योजना को भी बनाने में मदद करेगा।
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गतिशक्ति पोर्टल पर 12 राज्यों के जमीन का रिकॉर्ड
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान पोर्टल का डेटा एपीआई (API) के माध्यम से जुड़ी हुई है। भविष्य में अगर किसी परियोजना को शुरू किया जाता है तो यह पोर्टल उसकी समय, लागत और चुनौतियों जैसी सभी चीजों की पूरी जानकारी देगा। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल पर अब तक 12 राज्यों के जमीन के रिकॉर्ड को अपडेट किया गया है। साथ ही पोर्टल पर डेटा की करीब 1300 परतें हैं, जिनमें नदियां, वन, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल और वन्यजीव सहित कई चीजें शामिल हैं।
PM GatiShakti क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण के दौरान पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान की चर्चा सबसे पहले की थी। इसके बाद इस योजना को लॉन्च किया गया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जमीनी स्तर पर हो रहे काम में तेजी लाना, रोजगार पैदा करना और लागत में कमी करना है।
इन लक्ष्यों को पूरा करने में करेगा मदद
साथ ही यह योजना वर्ष 2024-25 के लिए सरकार की ओर से निर्धारित महत्त्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद करेगा। इन लक्ष्यों की बात करें तो इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) नेटवर्क की लंबाई को 2 लाख किलोमीटर तक विस्तार करना, दो सौ से ज्यादा नए हवाई अड्डों, हेलीपोर्ट और वाटर एयरोड्रोम का निर्माण करना भी शामिल है।
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PM GatiShakti इन परियोजनाओं का करता है मूल्यांकन
पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान पोर्टल करीब 500 करोड़ से ज्यादा लागत वाली प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन करता है। इस पोर्टल से केंद्र सरकार और राज्य के कई विभाग जुड़े हुए हैं। इस पोर्टल पर ही प्रोजेक्ट्स को तैयार किया जाता है। प्रोजेक्ट्स तैयार करने के बाद उसे जमीन पर लाने का काम किया जाता है।
16 मंत्रालयों को एक साथ लाने पर देता है जोर
पीएम गतिशक्त (PM GatiShakti) बुनियादी अवसंरचना से संबंधित 16 मंत्रालयों को भी एक साथ लाने पर जोर देता है। इसके साथ ही काफी समय से आ रही समस्याओं जैसे- असंबद्ध योजना, मंजूरी संबंधी चुनौतियां दूर करने, मानकीकरण की कमी के साथ-साथ समय पर बुनियादी अवसंरचना की क्षमता के निर्माण और उपयोग में भी मदद करेगा।
कनेक्टिविटी परियोजनाओं की मैपिंग में भी मदद
पीएम गतिशक्ति योजना मौजूदा और प्रस्तावित कनेक्टिविटी परियोजनाओं की मैपिंग (Mapping) में भी मदद करेगी। इसकी सहायता से विभिन्न क्षेत्रों और औद्योगिक केंद्रों को जोड़ने संबंधी योजना भी स्पष्ट हो सकेगी। यह Make in India का समर्थन करेगी और परिवहन के विभिन्न तरीकों को एकीकृत करेगी। पीएम गतिशक्ति (PM GatiShakti) से भारत को विश्व की व्यापारिक राजधानी बनने में भी मदद मिलेगी।
PM Gatishakti डिजिटल प्लेटफॉर्म
गति शक्ति डिजिटल प्लेटफॉर्म में एक अम्ब्रेला प्लेटफॉर्म का निर्माण शामिल किया गया है। इसके माध्यम से विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के बीच सही समय पर बुनियादी अवसंरचना परियोजनाओं का निर्माण कर उन्हें प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकेगा।