Adani Meets Sharad Pawar: देश के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से करीब दो घंटे बंद कमरे में मुलाकात की है। यह मुलाकात शरद पवार के मुंबई स्थित आवास सिल्वर ओक पर हुई है। अडानी-पवार की मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब लगातार दो बार एनसीपी प्रमुख पवार ने खुलकर अडानी का बचाव किया। इससे पहले फरवरी में एक अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की कथित रिपोर्ट को लेकर विपक्ष और सरकार आमने-सामने हैं। विपक्ष मोदी सरकार पर जेपीसी को लेकर लगातार हमलावर है, जिसका असर संसद के पूरे बजट सत्र पर पड़ा।
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पवार ने किया था अडानी का सपोर्ट
कुछ ही दिनों पहले शरद पवार ने एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कहा था कि “इस शख्स ने पहले भी ऐसे बयान दिए थे और तब भी सदन में कुछ हंगामा हुआ था, लेकिन इस बार जरूरत से ज्यादा तवज्जो इस मुद्दे को दे दी गई है। वैसे जो भी रिपोर्ट आई, उसमें बयान किसने दिए, उसका आधार क्या है ? जब वो लोग ऐसे मुद्दे उठाते हैं जिनसे देश में बवाल खड़ा हो,इसका असर तो हमारी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है, लगता है कि ये सबकुछ किसी को टारगेट करने के लिए किया गया था।” पवार ने आगे कहा था कि जेपीसी निष्पक्ष हो ही नहीं सकता जब 21 में से 15 सदस्य सरकार के ही होंगे।
क्या है अडानी-हिंडनबर्ग मामला
बता दें इस साल फरवरी में एक अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने गौतम अडानी के अडानी समूह को लेकर एक सर्वे रिपोर्ट जारी की थी। जिसमें उसका निष्कर्ष था कि अडानी समूह ने अपने एकाउंट्स में भारी हेरफेर करके कंपनी के शेयरों में धोखाधड़ी करके अप्रत्याशित उछाल लाया गया है। जो उसकी अकाउंट गतिविधियों के सापेक्ष ओवर वैल्यूड हैं। इस खबर के मीडिया में प्रकाशित होते ही अडानी समूह के शेयरों में कुछ ही हफ्तों इतनी भारी गिरावट आई कि ऐशिया के दूसरे नंबर के कारोबारी होने का ताज छिन गया और संपत्ति में लाखों करोड़ की गिरावट आ गई।
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