Monday, December 23, 2024
HomeटेकAditya-L1: इसरो में बढ़ता नारी शक्ति का कद, जानें आदित्य-एल1 की परियोजना...

Aditya-L1: इसरो में बढ़ता नारी शक्ति का कद, जानें आदित्य-एल1 की परियोजना निदेशक निगार शाजी ने देश को कैसे किया गौरवान्वित  

Date:

Related stories

ISRO का नॉटी बॉय देगा बिगड़े मौसम की सटीक जानकारी! जानें INSAT-3DS की खास डिटेल

ISRO: देश की अंतरिक्ष एजेंसी यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान...

Aditya-L1: भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO (इसरो ) पूरी दुनिया में भारत के नाम का डंका अपनी काबिलियत के दम पर अनगिनत बार बजवाया है। एक तरफ भारत की इसरो चंद्रयान-3 के जरिए  मून के साउथ पोल पर उतरने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। तो वहीं दूसरी तरफ लगभग डेढ़ महीने के अंतराल के बाद भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने आदित्य-एल1 (Aditya-L1) को सफल लांच कर दुनिया में अपना लोहा मनवाया है। यह सब संभव सिर्फ भारत के कर्तव्यनिष्ठ  वैज्ञानिकों के बदौलत हो सका है। इसमें सबसे अहम बात यह है, कि इसरो के इस कामयाबी के पीछे ‘नारी शक्ति’ का बहुत बड़ा हाथ है। आइए आपको बताते हैं –

इसरो में बढ़ता ‘नारी शक्ति’ का कद    

इसरो के बढ़ते कद में सबसे अहम योगदान महिला वैज्ञानिकों का है। इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है, कि चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) लैंडिंग मिशन की सफलता के पीछे अहम योगदान कल्पना कालाहस्ती की थी, तो वहीं आदित्य-एल1 (Aditya-L1) के परियोजना निदेशक ‘निगार शाजी’ भारत की  पहली सौर मिशन का नेतृत्व कर रही हैं। इसका मतलब यह, कि इसरो और देश में महिलाओं का कद लगातार बढ़ता जा रहा है। यही वजह है, कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम बड़ी हस्ती और आम लोग फूले नहीं समा रहे हैं। सभी का मस्तक इन महिलाओं ने गर्व से ऊंचा किया है। चलिए अब यह भी जान लें, कि आदित्य-एल1 (Aditya-L1) की परियोजना निदेशक ‘निगार शाजी’ हैं कौन ?   

‘निगार शाजी’ ने भारत का मान बढ़ाया 

जी हां भारत के इसरो में पिछले आठ सालों से आदित्य-एल1 पर कार्य करने वाली  निगार शाजी सफल लॉन्चिंग के बाद न सिर्फ इसरो बल्कि पूरे देश को भी संबोधित किया। इस दौरान मंच पर उनके साथ इसरो चीफ एस सोमनाथ भी रहे। निगार शाजी ने अपने संबोधन में कहा, “ हमें ख़ुशी है कि इतने बड़े मिशन को हमने आज लॉन्च कर दिया। यह एक टीम वर्क था। इसलिए सभी वैज्ञानिकों और टीम मेंबर्स को मैं बधाई के पात्र समझती हूँ। मैं इसका हिस्सा बनकर आज खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ। इस दौरान शाजी ने वैज्ञानिक प्रोफेसर यू आर राव को भी याद किया। बता दें कि  यू आर राव इसरो के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। ”    

वहीं बात करें शाजी की तो वह शुरू से ही मेधावी छात्रा रहीं। वह मूलतः तमिलनाडु की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूल से की उन्होंने बोर्ड के एग्जाम में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके बाद आगे की पढ़ाई शाजी ने इंजीनियरिंग में की। पढ़ाई पूरी होने के बाद  वर्ष 1987 में वह इसरो में शामिल हो गयी। जानकारी के मुताबिक शाजी अभी 59 साल की है।      

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Saurabh Mall
Saurabh Mallhttps://www.dnpindiahindi.in
सौरभ कुमार मल्ल बीते 2 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया केंद्रीय विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में P.G. की पढ़ाई की है। उन्होंने अपनी शुरुआत दैनिक भास्कर (इंटर्नशिप) से किया है। यह कई और चैनलों में बतौर कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल सौरभ DNP India Hindi वेबसाइट में बतौर कंटेंट राइटर (पॉलिटिकल, क्राइम और इंटरनेशनल) डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories