Agnipath Scheme: भारत सरकार की अग्निपथ योजना एक बार फिर चर्चाओं में है। केन्द्र की ओर से अग्निपथ स्कीम को लेकर अहम जानकारी साझा की गई है। जानकारी के मुताबिक पूर्व अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बलों की भर्ती में 10 फीसदी का आरक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि इस कदम से अग्निवीरों की एंट्री पैरा मिलीट्री फोर्सेस में कराई जा सकेगी। ऐसे में आइए हम आपको अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के बारे में विस्तार से बताते हैं।
अग्निवीरों के लिए खुशखबरी!
भारतीय सेना में अग्निवीर के पद पर चयनित होने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक भारत सरकार ने पूर्व अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बलों की भर्ती में 10 फीसदी सीटें आरक्षित करने का फैसला लिया है। इसके तहत केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), सशस्त्र सीमा बल (SSB), केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) और रेलवे पुलिस बल (RPF) जैसे सुरक्षाबलों में होने वाली भर्तियों में 10 फीसदी सीटें पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित रखी जाएंगी। वहीं अग्निवीर की सेवा से रिटायर हुए जवानों को उम्र सीमा और शारीरिक दक्षता में भी छूट देने का भी प्रावधान है।
CISF के महानिदेशक नीना सिंह ने बीते दिन एक बयान जारी कर कहा कि “भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों के लिए सारी तैयारी कर ली है और CISF में कांस्टेबल पद की भर्ती में उनके लिए 10 फीसदी सीटें आरक्षित की गई हैं।”
BSF के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने भी इस संबंध में बयान जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि बीएसएफ की भर्ती में पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी पद आरक्षित होंगे। BSF का पक्ष है कि 4 साल अग्निवीरों ने मशक्कत से नौकरी की है और अनुभव हासिल किया है। ये कड़े अनुशासन में रहे हैं और बीएसफ के लिए अनुरुप हैं।”
BSF के अलावा सशस्त्र सीमा बल (SSB) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने भी इस संबंध में अहम जानकारी साझा की है। SSB की ओर से स्पष्ट किया गया है कि “नियुक्तियों में पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी का कोटा निर्धारित रहेगा और अब सशस्त्र सीमा बल में नियुक्ति से जुड़े नियमों में ये बदलाव कर दिया गया है।”
अग्निपथ योजना की शुरुआत
भारत सरकार द्वारा 16 जून 2022 को अग्निपथ योजना की शुरुआत की गई। इसके तहत तीनों सेनाओं में कमीशन अधिकारियों के पद से नीचे के सैनिकों की भर्ती के लिए नया प्रावधान लाया गया और अग्निवीरों की भर्ती शुरू हुई। अग्निपथ योजना का लक्ष्य है कि फ्रंटलाइन पर फिट और युवा सैनिक देश की रक्षा के लिए तैनात किए जाएं।
CM Mohan Yadav ने भी कह दी अहम बात
भारतीय सेना में अग्निवीरों की भर्ती से जुड़े मामलों में सीएम मोहन यादव का भी पक्ष सामने आया है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार अग्निवीरों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर बेहद प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में राज्य सरकार की नौकरियों में भी उन्हें आरक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा उद्यमिता प्रशिक्षण में 10 फीसदी व स्थायी कैडर में 25 फीसदी अग्निवीरों को नामांकित किया जाएगा।
सीएम मोहन यादव ने इसके साथ ही विपक्षी नेताओं से अपील की है कि वे अग्निपथ योजना को लेकर भ्रम का जाल न बुनें।