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Assam में Beef Ban के बाद छिड़ा सियासी संग्राम! Iqra Hasan, Sanjay Raut के साथ Congress MP ने दी तीखी प्रतिक्रिया

Assam Beef Ban: Himanta Biswa Sarma सरकार द्वारा राज्य के होटलों, रेस्टोरेंट्स और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा है। MP Iqra Hasan, Sanjay Raut और गौरव गोगोई समेत कई नेताओं ने इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

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Assam Beef Ban
फाइल फोटो- इकरा हसन, हिमंता बिस्वा शर्मा और संजय राउत

Assam Beef Ban: हिमंता बिस्वा शर्मा (Himanta Biswa Sarma) की सरकार द्वारा लिया एक फैसला सुर्खियां बटोर रहा है। असम मंत्रिमंडल ने बीते दिन राज्य के सभी रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस की खपत पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है। असम में गोमांस बैन (Assam Beef Ban) होने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में चुनकर आए जनप्रतिनिधियों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। इकरा हसन, संजय राउत, प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई समेत अन्य कई नेताओं ने इस फैसले की मुखालफत की है। आइए आपको विस्तार से इस प्रकरण के बारे में बताते हैं।

Assam Beef Ban पर छिड़ी सियासी जंग!

असम में गोमांस (Beef) प्रतिबंध को लेकर सरकार द्वारा लिए गए फैसले के बाद सियासी संग्राम छिड़ता नजर आ रहा है। Congress MP और असम के स्थानीय नेता गौरव गोगोई का कहना है कि “झारखंड में हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में बीजेपी को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस फैसले के तहत वह अपनी हार को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि जिस तरह झारखंड के लोगों ने नफरत और घुसपैठियों की राजनीति को हराया, उसी तरह आने वाले चुनाव में असम के लोग हिमंत बिस्वा सरमा की भ्रष्ट सरकार को सजा देंगे।”

रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस की खपत पर प्रतिबंध लगाने के बाद भाजपा सांसद रामेश्वर तेली की प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी सांसद का कहना है कि “यह अच्छा है। मैं असम के सीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं। कल कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया।”

Iqra Hasan और Sanjay Raut ने इशारों-इशारों में साधा निशाना

गोमांस (Beef) पर प्रतिबंध लगाने वाले असम सरकार के फैसले पर सपा सांसद इकरा हसन की प्रतिक्रिया सामने आई है। इकरा हसन का कहना है कि “यह स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ है> अगर सरकार व्यक्तिगत जीवन में हस्तक्षेप करना जारी रखेगी तो देश तानाशाही की ओर बढ़ जाएग। यह देश की खूबसूरती है कि हमारे यहां अलग-अलग संस्कृतियों, धर्मों को मानने वाले लोग हैं। इस तरह के फैसले संविधान के खिलाफ हैं।”

शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत का कहना है कि “आरएसएस ने कहा है कि इस देश में भोजन पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। अगर उन्होंने असम में प्रतिबंध लगाया है तो ऐसा गोवा, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर में क्यों नहीं किया गया, जहां उनकी सरकारें हैं? आपने वहां गोमांस पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया?”

राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है कि “यह सरकार का निर्णय है। इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है। ध्यान देने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री को विपक्ष के खिलाफ लगाए गए कुछ आरोपों के आधार पर कुछ राजनीतिक लाभ मिलने की उम्मीद है। इसलिए यह एक विकल्प है जिसे उन्हें चुनना था। लेकिन अगर वह कोई राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं तो उन्हें याद रखना चाहिए कि वो झारखंड के प्रभारी के रूप में चुनाव हार चुके हैं। उन्होंने इसे अब हिंदू बनाम मुस्लिम बना दिया है।”

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