AstraZeneca: एसट्रेजेनेका ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन को बाजार से वापस मंगवाने का फैसला किया है। बीते सप्ताह एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में माना था कि उसकी वैक्सीन के चलते थम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम जैसे दुलर्भ साइड इफेक्ट हो सकते है। वहीं अब एसट्रेजेनेका की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है। एसट्रेजेनेका ने अपने कोविड- 19 वैक्सीन को दुनियाभर से वापस लेने का फैसला किया है।
कंपनी ने क्या कहा?
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक AstraZeneca ने इस मामले पर कहा है कि वैक्सीन को व्यवसायिक कारणों से बाजार से हटाया जा रहा है। कंपनी ने आगे कहा कि कोरोने के लिए मौजूद वैक्सीन की अधिकता की वजह से इसे वापस लिया जा रहा है। मालूम हो कि कंपनी के एक बयान से पूरी दुनिया में बवाल मचा हुआ है।
भारत से भी वापस मंगाई जाएगी वैक्सीन
आपको बता दें कि एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकासित कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से किया गया था। वहीं भारत में इसे कोविशील्ड वैक्सीन नाम से बेचा जा रहा था। गौरतलब है कि भारत में यह वैक्सीन करोड़ो लोगों को लगाई गई थी।
6.5 मिलियन से अधिक लोगों की जान बचाई गई
एसट्रेजेनेका ने अपने एक बयान में कहा कि “एक अनुमान के मुताबिक अकेले उपयोग के पहले वर्ष में 6.5 मिलियन से अधिक लोगों की जान बचाई गई और विश्व स्तर पर तीन बिलियन से अधिक खुराक की आपूर्ति की गई। हमारे प्रयासों को दुनिया भर की सरकारों द्वारा मान्यता दी गई है और व्यापक रूप से वैश्विक महामारी को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण घटक माना जाता है”।
क्या है पूरा मामला
दरअसल ऐस्ट्रजेनेका के ख़िलाफ़ ब्रिटिश हाईकोर्ट में केस दायर किया गया था। बता दें कि करीब डेढ़ साल चली कानूनी बहस के बाद आखिरकार एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में माना था कि उसकी वैक्सीन के चलते थम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम जैसे साइड इफेक्ट हो रहे है।