Zigana Pistol: 15 अप्रैल शनिवार देर रात को उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन और पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दोनों की हत्या उस वक्त हुई, जब पुलिस दोनों की मेडिकल जांच कराने के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी। इस दौरान तीन बदमाश मीडियाकर्मी बनकर आए और पुलिस सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए दोनों आरोपियों को पिस्टल से गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस वारदात के बाद प्रयागराज के साथ ही पूरे देश में हड़कंप मच गया। वहीं, तीनों हमलावरों ने अपने आपको पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया।
Zigana Pistol खून की प्यासी?
मगर जिस पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या हुई, वो कोई छोटी-मोटी पिस्टल नहीं है। बताया जाता है कि इसी पिस्टल से पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला की भी हत्या की गई थी। अतीक और अशरफ की हत्या में जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है। जिगाना सीरीज की पिस्टल तुर्की की एक कंपनी बनाती है। टिसास ट्रैबजेन आर्म्स इंड़स्ट्री कॉर्प बीते 22 सालों से इस पिस्टल का निर्माण कर रही है।
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Zigana Pistol की खासियत
जिगाना पिस्टल 8.6 इंच की इस सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल में काफी कुछ खास है। ये 9mm की पिस्टल है, जानकारी के मुताबिक, इसकी मैगजीन पूरी तरह से भरी हो तो ये पिस्टल एक बार में 15 राउंड फायर करती है। इस पिस्टल को एक निश्चित इस्तेमाल के लिए तैयार किया जाता है। तुर्की की कंपनी इसे सिर्फ सेना के लिए बनाती है तुर्की की सेना जिगाना पिस्टल का उपयोग करती है। इस पिस्टल में ब्राउनिंग टाइप लॉकिंग सिस्टम है, यही वजह है कि ये एक ताकतवर पिस्टल है। जिगाना पिस्टल बाकी पिस्टल से अलग है, क्योंकि इसकी गोली एक सेकेंड में 350 मीटर की दूरी तय कर लेती है।
कई मानकों से गुजरती है Zigana Pistol
वहीं, जिगाना पिस्टल को बनाने वाली कंपनी का दावा है कि इसे नाटो स्टैंडर्ड के मुताबिक ही बनाया जाता है। कंपनी के दावे के मुताबिक, इस पिस्टल को कई पैरामीटर से होकर गुजरना पड़ता है। इसमें फायर कंट्रोल टेस्ट होता है, जिसमें 100 फीसदी पास होने के बाद ही इसे सप्लाई किया जाता है। जिगाना पिस्टल को सीधे तौर पर कोई भी नहीं खरीद सकता है। जिगाना पिस्टल को सिर्फ सिक्योरिटी एजेंसी और सेना के लिए बनाया जाता है और उन्हें ही इसे डिलीवर किया जाता है। इसकी कीमत 4 लाख रुपये है।
भारत में Zigana Pistol पर प्रतिबंध
जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल भारत में प्रतिबंधित है। मगर इसके बाद भी ये भारत कैसे पहुंच जाती है तो इसका सीधा सा जवाब है कि जिगाना पिस्टल की तस्करी की जाती है। इसे पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत लाया जाता है। इसके अलावा बंदूकों से जुड़े कई तस्कर इसका अन्य रास्तों से तस्करी करके भारत लाते हैं।