Ayodhya: राम भक्तों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि, पिछले कुछ समय से अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण जोरों शोरों पर है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का प्रथम तल अक्टूबर 2023 में बनकर तैयार हो जाएगा और दर्शन के लिए रामलला का मंदिर के द्वार 14 जनवरी 2024 से खुल जाएंगे।
किस तरह का होगा मूर्ति का स्वरूप
ऐसे में सभी राम भक्तों के मन में यही सवाल चल रहा है कि आखिर उनके रामलला किस रूप में विराजमान किए जाएंगे उनकी, मूर्ति कैसी होगी? आपको बता दें कि, इस बात का खुलासा किया जा चुका है। दरअसल राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने इस मूर्ति के स्वरूप के बारे में उनके भक्तों को खुलकर बताया है।
आसमानी रंग होंगे रामलला
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि, राम मंदिर में विराजमान होने वाले रामलला की मूर्ति जो होगी वह अपने नहीं अद्भुत मानी जाएगी। इस मूर्ति का जो स्वरूप होगा वह शामरंग का स्वरूप होगा। शाम रंग एक ऐसा रंग है जिसमें लिखा है कि निलांबुज श्यामल कोमलंगम। यह एक ऐसा आकर्षक रूप होता है जो ना तो काला होता है और ना ही सफेद उसको आसमानी रंग कहते हैं।
51 इंच के रामलला, हाथ में तीर-धनुष
अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम के जिस रूप में मूर्ति की स्थापना होगी वह अपने में ही अद्भुत और अलौकिक होगी। इसलिए ट्रस्ट में विचार किया है कि, 5 से 6 फीट की भगवान रामलला की मूर्ति लगाई जाएगी और उनका रंग जो होगा वह आकाश के रंग के सम्मान होगा जैसा शास्त्रों में वर्णित है। बता दें कि रामलला के हाथ में धनुष और तीन भी होंगे।
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