Saturday, November 23, 2024
Homeदेश & राज्यरुपयों की अवैध हेरा-फेरी का मामला, जानें क्यों सुर्खियों में आई सरकार...

रुपयों की अवैध हेरा-फेरी का मामला, जानें क्यों सुर्खियों में आई सरकार की Ayushman Bharat Yojana?

Date:

Related stories

पश्चिम बंगाल की Mamata Banerjee और दिल्ली की AAP सरकार Ayushman Bharat Yojana से बाहर क्यों? जानें कारण

Ayushman Bharat Yojana: केन्द्र की मोदी सरकार के महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) इन दिनों खूब सुर्खियों में है। इस योजना का उद्देश्य सुदूर ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को समुचित इलाज उपलब्ध कराना है।

Ayushman Bharat PM-JAY Scheme की 6वीं वर्षगांठ! जानें मोदी सरकार के इस योजना की सभी बारीक बातें और लाभ उठाने का प्रोसेस

Ayushman Bharat PM-JAY Scheme: स्वास्थ्य के क्षेत्र में केन्द्र की मोदी सरकार ने बड़ा काम करते हुए ने 23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना लॉन्च किया था।

Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान भारत योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत केन्द्र सरकार की एक ऐसी योजना है जो संपूर्ण भारतवर्ष में 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थय बीमा प्रदान कराती है । यह योजना उन परिवारों के लिए ज्यादा कारगर साबित हुई जिनकी आय कम है और वो देश के ज्यादातर पिछड़े इलाकों में आर्थिक अभाव में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। कहा गया कि इस योजना से आने वाले दिनों में ज्यादा से ज्यादा परिवारों को जोड़ा जाएगा, लोग इस योजना से खूब जूड़े भी पर उसके साथ ही इसकी कुछ खामियां भी सामने आने लगी। खबर आने लगी भ्रष्टाचारी गिरोह इस योजना के पीछे भी घात लगाए बैठा है और अस्पतालों की निजी मिली भगत से लाखों रुपयों का अवैध भुगतान करा ले रहा है। सरकार ने यथा संभव इस पर खूब नकेल कसना चाहा लेकिन कहीं ना कहीं से इस अवैध भ्रष्टाचार की खबरें आ ही जाती हैं। एक बार फिर इसके तहत रुपयों की हेर-फेर की खबर सामने आई है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।


क्या है खबर और क्यों कैंसिल किए गए 5 लाख से ज्यादा कार्डस के रजिस्ट्रेशन


अंग्रेजी अखबार द हिन्दू में छपी एक खबर के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत रजिस्टर्ड 5 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्डस कैसिल कर दिए हैं । इनपर निजी अस्पतालों की मिली भगत के साथ अवैध रुप से लाखों रुपयों के भुगतान का आरोप है। स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो ये सब कुछ AI (Artificial Intelligence) की मदद से संभव हो पाया। सरकार ने Artificial Intelligence की मदद से ऐसे एलगोरिथम का इस्तेमाल किया है जिससे की आसानी से संदिग्ध ट्रांजेक्शन्स और अन्य एक्टिविटीज पर नजर रखी जा सकेगी ।


कैसे हो रहा फर्जीवाड़ा


खबरों की मानें तो अस्पतालों और उनमें कार्यरत कर्मचारियों के माध्यम से असानी से अवैध लेन-देन की प्रक्रिया चलती है। कार्ड में रजिस्टर्ड व्यक्ति का नाम और पता बदलकर इसके साथ खिलवाड़ किया जा सकता है।


इस फर्जीवाड़े से कैसे बचें


सरकार समेत अन्य सभी जिम्मेदार संस्थाओं ने इस फर्जीवाड़े से बचने के लिए लोगों से अपील करती आई है कि अपनी निजी जानकारियों को अनावश्यक किसी अस्पताल या अन्य स्वास्थय संबंधी संस्थाओं को ना दे । इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना के किसी भी पॉलिसी में गड़बड़ी सामने आने पर जिम्मेदार संस्थाओं को मामले से अवगत कराएं जिससे की इस तरह के फर्जीवाड़े से बचा जा सके।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

DNP न्यूज़ डेस्क
DNP न्यूज़ डेस्कhttps://www.dnpindiahindi.in
DNP न्यूज़ डेस्क उत्कृष्ट लेखकों एवं संपादकों का एक प्रशिक्षित समूह है. जो पिछले कई वर्षों से भारत और विदेश में होने वाली महत्वपूर्ण खबरों का विवरण और विश्लेषण करता है.उच्च और विश्वसनीय न्यूज नेटवर्क में डीएनपी हिन्दी की गिनती होती है. मीडिया समूह प्रतिदिन 24 घंटे की ताजातरीन खबरों को सत्यता के साथ लिखकर जनता तक पहुंचाने का कार्य निरंतर करता है

Latest stories