Bangladesh Violence: हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का दौर जारी है। बांग्लादेश में कंटरपंथियों द्वारा अंजाम दिए जा रहे इस कृत्य की भर्त्सना जोरों पर है। भारत की ओर से भी विदेश मंत्रालय लगातार हिंदुओं पर हो रहे हमले के खिलाफ आवाज उठ रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में इसके खिलाफ आवाज गूंज रही हैं। हालांकि, इसी बीच केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से एक हैरान करने वाला वाकया सामने आया है। दरअसल, J&K में सत्तारुढ़ दल नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के चीफ फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हिंसा से जुड़े सवाल को अनसुना करते नजर आए। मीडिया द्वारा बांग्लादेश में हिंसा (Bangladesh Violence) के संदर्भ में पूछे गए सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) का जिक्र किया। फारूक अब्दुल्ला के इस बयान को लेकर अब खूब खबरें बन रही हैं।
Bangladesh Violence से जुड़े सवाल पर क्या बोल गए Farooq Abdullah?
पूर्व सीएम व नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने आज बांग्लादेश में चल रही हिंसा (Bangladesh Violence) से जुड़े सवाल को लगभग अनुसान कर दिया। फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि “मैंने इसके बारे में (बांग्लादेश नें हिंदुओं के खिलाफ हिंसा) नहीं सुना है। मुझे नहीं पता, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। आपको इस बारे में प्रधानमंत्री से पूछना चाहिए।”
BSP चीफ Mayawati ने भी बांग्लादेश के वर्तमान हालात पर जताई चिंता
यूपी की पूर्व सीएम व बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायवती ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर आवाज उठाने का काम किया है।
BSP प्रमुख मायावती (Mayawati) का कहना है कि “बांग्लादेश में बड़ी संख्या में हिंदू अपराध का शिकार हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर दलित और कमजोर वर्ग के लोग हैं। कांग्रेस पार्टी पहले चुप थी और अब मुस्लिम वोटों के लिए चिल्ला रही है। इस मामले में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। ऐसी स्थिति में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। ताकि जो दलित वर्ग के लोग शोषण का शिकार हो रहे हैं उन्हें ये कष्ट न सहना पड़े। या फिर अंतरिम सरकार ने वार्ता कर शोषित लोगों को भारत वापस लाया जाए।”