Bengal Bandh: आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या का मामला पूरी तरह से गरमाया है। पूरे देश में लोग इसका जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। वहीं बीते दिन यानि 27 अगस्त को नबन्ना तक हुए विरोध मार्च में बंगाल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के का इस्तेमाल किया था। वहीं BJP ने आज 12 घंटे के लिए Bengal Bandh का ऐलान किया है। जिसके देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
BJP ने 12 घंटे के Bengal Bandh का किया ऐलान
आपको बता दें कि बीते दिन यानि 27 अगस्त को विरोध मार्च के दौरान पुलिस द्वारा लोगों पर लाठी, डंडे और आंसू गैस के गोले दागे गए थे, जिसे देखते हुए आज BJP ने पश्चिम बंगाल में 12 घंटे का Bengal Bandh बुलाया है। हालांकि पूरे West Bengal में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो। वहीं बीजेपी के कई नेता इस बंद में हिस्सा ले रहे है।
हेलमेट पहनकर बस चलाते दिखे ड्राइवर
12 घंटे का बंगाल बंद को देखते हुए कूचबिहार में उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम (एनबीएसटीसी) की बसों के ड्राइवर हेलमेट पहने दिखे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के बातचीत के दौरान एक ड्राइवर ने कहा कि ‘बीजेपी द्वारा आज बुलाए गए बंद के कारण हम हेलमेट पहन रहे हैं। विभाग ने हमें सुरक्षा के लिए पहनने के लिए हेलमेट दिया है।
Bengal Bandh का दिख रहा है असर
बीजेपी द्वारा 12 घंटे के बंद के ऐलान के बाद कई जगहों पर इसका असर देखने को मिल रहा है। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। जानकारी के मुताबिक कई ट्रेनों के प्रभावित होने की खबर है। इसके अलावा कई जगहों पर बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं की आपस में झड़प हुई है।
BJP अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्यपाल को लिखा पत्र
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के BJP अध्यक्ष ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को एक पत्र लिखा। जिसमे उन्होंने राज्य में जारी स्थिति पर चिंता जताई है और राज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में लिखा गया है कि “सम्मान के साथ, मैं पश्चिम बंगाल छात्र समाज द्वारा आयोजित नबन्ना अविजान विरोध प्रदर्शन के दौरान शांतिपूर्ण छात्र कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग की हालिया घटनाओं की ओर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए लिख रहा हूं।
हावड़ा, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य इलाकों में अनिर्दिष्ट संख्या में छात्रों को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई असंगत और अकारण प्रतीत होती है, जो उन लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करती है जिनका हम एक राष्ट्र के रूप में पालन करते हैं। इन गंभीर चिंताओं के आलोक में, मैं आपसे पुलिस ज्यादती की इन घटनाओं के समाधान के लिए तत्काल और आवश्यक कदम उठाने का आग्रह करता हूं।