Hemant Soren: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भूमि घोटाला मामले में बड़ी राहत मिली है। दरअसल ईडी ने भूमि घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था हालांकि आज हाईकोर्ट ने सोरेन को जमानत दे दी है। बता दें कि हेमंत सोरेन को ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। ईडी ने उन पर फर्जी लेनदेन और जाली दस्तावेजों के माध्यम से रिकॉर्ड में हेरफेर करने और रांची में करोड़ों रुपये की 8.86 एकड़ जमीन हासिल करने की योजना चलाने का आरोप लगाया है।
आप सांसद संजय सिंह ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि लंबी कानूनी लड़ाई के बाद जमानत मिलने पर हेमंत सोरेन को बधाई देना चाहता हूं।
एक आदिवासी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करना लोकतंत्र पर काला धब्बा था। इस (एनडीए) सरकार की मानसिकता संविधान विरोधी, आरक्षण विरोधी, दलित विरोधी और आदिवासी विरोधी है।
हेमंत सोरेन ने दिया था मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किये जाने से पहले हेमंत सोरेन को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उनके इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
हाइकोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रखा था
हाईकोर्ट ने पहले 13 जून को सोरेन की जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। अदालत के फैसले की घोषणा करते हुए, वरिष्ठ वकील अरुणाभ चौधरी ने कहा कि “सोरेन को जमानत दे दी गई है। अदालत ने माना है कि प्रथम दृष्टया वह अपराध के लिए दोषी नहीं हैं और याचिकाकर्ता द्वारा जमानत पर रहते हुए अपराध करने की कोई संभावना नहीं है”। वहीं अब उम्मीद जताई जा रही है कि हेमंत सोरेन जल्द जेल से रिहा हो सकते है। हालांकि अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या चंपई सोरेन ही प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते है या फिर कुछ बदलाव हो सकता है।