Bihar Caste Survey: 2024 के लोकसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं हैं जैसे-जैसे महीने खत्म होते जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में सियासत तेज होती जा रही है। जहां एक तरफ बिहार में जातिगत सर्वे की रिपोर्ट जारी होने पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही है।
क्या जाति सर्वेक्षण से भाजपा के सामाजिक गठजोड़ हिल जाएगा?
बिहार में जब से जाति सर्वेक्षण की रिपोर्ट आई है तब से राज्य नहीं पूरी देश की सियासत में तूफान आ गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने तरीके से विश्लेषण कर रहा हैं। कोई जाति के आंकड़ों के फायदे गिना रहा है तो कोई इसमें जल्दी बाजी बता रहा है। इसके साथ ही लोगों को एक बार फिर मंडल कमीशन का दौर याद आने लगा है ऐसे में यह सवाल है कि क्या बिहार के जाति का सर्वेक्षण से लोकसभा चुनाव पर भी असर पड़ेगा? बिहार में सत्ता रूढ़ गठबंधन ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षीय I.N.D.I.A गठबंधन के लिए भी भाजपा के सामाजिक गठजोड़ को तोड़ने और हिलने का एक महत्वपूर्ण अफसर आ गया है।
बिहार में जातिगत सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद इसको लेकर सियासत काफी ज्यादा तेज हो गई है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इस राज्य के विकास के लिए जरूरी कदम बताया। तो वहीं सहयोगी पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इसे एक मील का पत्थर बताया।
बिहार में जातिगत सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के कुछ देर बाद ही प्रधानमंत्री का एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर देश को जाति के नाम पर विभाजित करने की कोशिश का आरोप लगाया।
पीएम ने विपक्ष पर बोला हमला
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने जातिगत सर्वे पर किसी विशेष पार्टी का जिक्र तो नहीं किया। लेकिन उन्होंने सत्ता में रहते हुए विकास को सुनिश्चित करने में नाकाम रहने वाले विपक्ष पर जोरदार हमला बोला, पीएम ने कहा कि विपक्ष गरीबों की भावनाओं के साथ खेलने में लगा हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा, “उन्होंने तब भी गरीबों की भावनाओं के साथ खेला… और आज भी वे वही खेल खेल रहे हैं। पहले उन्होंने देश को जाति के नाम पर बांटा… और आज वे वही पाप कर रहे हैं। पहले वे भ्रष्टाचार के दोषी थे… और आज वे और भी ज्यादा भ्रष्ट हो गए हैं।”
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।