Bihar News: भारत के उत्तर-पूर्वी भाग के मध्य में स्थित प्रसिद्ध ऐतिहासिक राज्य बिहार (Bihar) इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा है। इसकी एक खास वजह है राज्य के विभिन्न हिस्सों में नदियों पर बने पुल का गिरना। ताजा जानकारी के अनुसार बिहार (Bihar News) में मॉनसून के सक्रिय होने के बाद बीते 15 दिनों में ही 10 से ज्यादा पुल भरभरा कर जमींदोज हो चुके हैं।
बिहार में एक के बाद एक गिर रहे पुल-पुलिया को लेकर राज्य सरकार सजग नजर आ रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में बीते दिन समीक्षा बैठक भी की है। वहीं राज्य के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा की ओर से भी स्पष्ट किया गया है कि नदियों पर बने पुल-पुलिया का गिरना गंभीर विषय है और सरकार इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएगी।
नदियों पर बने पुल के लिए काल बना मॉनसून
बिहार के साथ ही उत्तर-भारत के विभिन्न राज्यों में मॉनसून बीते कुछ दिनों से पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। इस दौरान बिहार के मोतीहारी से लेकर छपरा (सारण), सीवान, गोपालगंज, मधुबनी, अररिया, कटिहार और किशनगंज समेत अन्य जिलों में भारी बारिश दर्ज की जा रही है।
बिहार में इस भारी बारिश के कारण ही लोगों के समक्ष एक बड़ी चुनौती आई है और वो एक के बाद एक लगातार पुलों का गिरना। जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 15 दिनों में ही 10 से ज्यादा पुल गिर चुके हैं। इसमें बीते दिन यानी 3 जुलाई को सारण जिले में गण्डक नदी पर बने 2 पुल तो वहीं सीवान के महाराजगंज में भी 2 पुल अपने आप ध्वस्त हो गए। इससे पूर्व मोतीहारी, मधुबनी, अररिया, वैशाली और किशनगंज से भी पुल गिरने व धंसने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
बिहार में एक के बाद एक, गिरते पुल को लेकर सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने वर्तमान सरकार पर तंज कसा है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि “𝟏𝟖 जून से लेकर अभी तक बिहार में 𝟏𝟐 पुल ध्वस्त हो चुके है। PM मोदी और CM नीतीश कुमार इन उपलब्धियों पर एकदम खामोश एवं निरुत्तर क्यो हैं। उन्हें अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
CM नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक
बिहार के अलग-अलग हिस्सों में एका-एक लगातार गिरते छोटे-बड़े पुल-पुलिया को गंभीर बताते हुए CM नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक की है। इसके बाद मुख्यमंत्री दफ्तर की ओर से प्रेस रीलीज जारी कर स्पष्ट किया गया है कि “2005 से बिहार के सभी क्षेत्रों में लगातार विकास के कार्य किए जा रहे हैं। लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए बड़ी संख्या में पथों और पुलों का निर्माण कराया गया है।”
बिहार मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से स्पष्ट किया गया है कि “पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग सभी पथों एवं पुलों के रखरखाव को लेकर सतर्क रहे और लगातार निगरानी करते रहें। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित विभाग पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”