Bihar Politics: बिहार के सीएम नीतीश कुमार(CM Nitish Kumar ) की पार्टी जदयू में इस समय बड़ी भगदड़ मची हुई है। इस बार पार्टी के एक और बड़े नेता ने कई कार्यकर्ताओं के साथ जदयू को बड़ा झटका दिया है। इस बार पार्टी के वरिष्ठ नेता शंभूनाथ सिन्हा ने करीब दो दर्जन कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है। इससे पहले भी जदयू के दो कद्दावर नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया था।
जानें क्या है पूरा मामला
बिहार के सीएम नीतीश कुमार की जदयू से एक के बाद एक कद्दावर नेता पार्टी को छोड़ना शुरू कर चुके हैं। पार्टी में मची इस भगदड़ ने सीएम नीतीश की टेंशन बड़ा दी है। पहले पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाह ने जदयू छोड़ अपनी एक अलग पार्टी बना ली। उसके बाद पूर्व सांसद मीना सिंह ने भी अपने कई समर्थकों के साथ पार्टी को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इसी क्रम में अब कल सोमवार को जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता शंभूनाथ सिन्हा ने पटना में मीडिया के सामने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने बताया कि उनके साथ बड़ी संख्या में करीब दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जिनमें धीरेंद्र चौधरी,राजकिशोर सिंह, इं शशिकांत तथा डॉ संजय कुमार जैसे कई नेता शामिल हैं। इस तरह पार्टी के कई नेता लगातार दूरी बनाते जा रहे हैं।
जानें पार्टी छोड़ने का क्या कारण बताया
शंभूनाथ सिन्हा ने राजधानी पटना में एक प्रेस कॉंफ्रेंस आयोजित कर जेडीयू और उसके नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार उनसे मिलकर पार्टी में चल रही स्थिति को बताया लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया तथा कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों पर चलने का दावा करने वाली पार्टी आज एक सुविधाभोगी, अवसरवादी नेताओं की जमात बनकर रह गई है। ये पार्टी अपने मूल सिद्धांतों को छोड़ अपना रास्ता भटक गई है। हजारों बलिदानी कार्यकर्ताओं ने जिस जदयू का निर्माण किया, वो पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं का अपमान कर अब विरोधी ताकतों का सम्मान कर रही है। 90 फीसदी कार्यकर्ता आज पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं।