Chip Manufacturing Sector: ग्लोबल मार्केट में आर्थिक तंगी के बाद देश और दुनिया की कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं। ट्विटर मेटा जैसी बड़ी कंपनियां तक 10000 से भी ज्यादा कर्मचारियों को बेरोजगार कर रही हैं। इसी कड़ी में नौकरी ढूंढने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि, मोदी सरकार आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य देखते हुए देश में कई ऐसे सेक्टर बना रही है जिसका पहले नामोनिशान तक नहीं था।
सेमीकंडक्टर को देश में बनाने की कोशिश
आत्मनिर्भर भारत बनने से ढेरों नौकरियां पैदा हो रही हैं। इस कड़ी में भारतीय सरकार के चिप या सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग देश में करने की सोच रही है बता दें कि, इस सेक्टर की हालात यह है कि अभी इंडिया में चिपी या सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में काम करने वाले स्किल्ड लोग तक नहीं है।
कई हजार नौकरियां पैदा होने की संभावना
ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक एंड आईटी मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार अभी भारत में चिप मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में काम करने वाली स्किल्ड पॉपुलेशन नहीं है. इतना ही नहीं 2027 तक इस सेक्टर में हजार या दो हजार नहीं, बल्कि कई हजार नौकरियां पैदा होने की संभावना है। बता दें कि, यह देश के बेरोजगार लोगों के लिए काफी बड़ी खबर है।
सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने पर फोकस
इलेक्ट्रॉनिक एंड आईटी मंत्रालय के अधिकारी प्रशांत कुमार का कहना है कि, चीप मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 2027 तक 10 से 13 हजार तक लोगों की जरूरत होगी। बता दें कि, भारत में टाटा और वेदांता ग्रुप सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने पर फोकस कर रहे हैं। ऐसे में कई लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। भारत में सेमीकंडक्टर डिजाइन करने वाले इंजीनियर का बड़ा टैलेंडपूल है लेकिन इसे संभालने वाले लोगों की संख्या नाक के बराबर है। ऐसे में इस सेक्टर के आत्मनिर्भर होने की वजह से कई लोगों को रोजगार मिलने की आशंका जाहिर की जा रही है।
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