Chenab Bridge: हाल ही में बने चिनाब नदी पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का व्यापक निरीक्षण किया गया। आपको बता दें कि इस सिंगल रूट पर जल्द ही ट्रेन सेवा शुरू की जाएगी। मालूम हो कि बीते दिन यानि 16 जून को चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर पहला ट्रायल रन आयोजित किया गया जो सफलतापूर्वक पार भी कर लिया गया।
जल्द शुरू होगी सेवा
रेलवे अधिकारियों ने रामबन जिले के संगलदान और रियासी के बीच नवनिर्मित दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल-Chenab Bridge का व्यापक निरीक्षण किया।
अधिकारियों का कहना है कि लाइन पर रेल सेवाएं जल्द ही शुरू होंगी। चिनाब रेल ब्रिज, रामबन जिले के संगलदान और रियासी के बीच बनाया गया है। बीते दिन इसका पहला ट्रायल रन भी पूरा किया गया।
कोंकण रेलवे के इंजीनियर दीपक कुमार ने क्या कहा?
कोंकण रेलवे के इंजीनियर दीपक कुमार कहते हैं, “आज वैगन टावर रियासी स्टेशन पर पहुंच गया है। हमें बहुत खुशी और गर्व है कि हम सफल हुए हैं। मजदूर और इंजीनियर लंबे समय से कड़ी मेहनत कर रहे थे और आज आखिरकार वे सफल हो गए।” मालूम हो कि इस पुल पर जल्द ही रेल सेवा शुरू होगी। वहीं वर्तमान में कन्याकुमारी से कटरा तक रेलवे लाइन पर ट्रेनें चलती हैं, जबकि कश्मीर घाटी में बारामूला से संगलदान तक रेल सेवा चलती है।
चिनाब रेल ब्रिज की खासियत
●इस पुल को बनान के मंजूरी 2003 में मिली थी। हालांकि इस पुल के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों ने दो दशकों तक इंतजार किया।
●इस पुल की बनावट इस प्रकार की गई है कि अगर भूकंप भी आता है तो भी इस पुल को कुछ नहीं होगा।
●यह पुल 260 किमी प्रति घंटेकी तेज रफ्तार वाली हवाओं को भी सामना करने में सक्षम है।
●जानकारी के मुताबिक इस पुल की सेल्फ लाइफ 120 सालों की है।
दुनिया का आठवा अजूबा
जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में चिनाब नदी से 359 मीटर (लगभग 109 फीट) ऊपर बना चिनाब रेल ब्रिज, एफिल टॉवर से लगभग 35 मीटर ऊंचा है। 1,315 मीटर लंबा पुल एक व्यापक परियोजना का हिस्सा है जिसका उद्देश्य कश्मीर घाटी को भारतीय रेलवे नेटवर्क द्वारा पहुंच योग्य बनाना है।