China vs India: पड़ोसी देश चीन फिर अपनी घटिया हरकतों पर उतर आया है। इस महीने (जून) के अंत तक चीन में कोई भी भारतीय पत्रकार नहीं बचेगा। वहां बचे आखिरी भारतीय पत्रकार को चीन ने देश छोड़ने के लिए कह दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि चीन में भारतीय न्यूज एजेंसी PTI (Press Trust of India) का एकमात्र पत्रकार बचा हुआ है, जो इस महीन के अंत तक भारत लौट आएगा। रॉयटर्स ने दावा किया है कि चीन ने भारतीय पत्रकार से देश छोड़ने को कहा है।
चीन ने नहीं बढ़ाया वीजा
रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल (2023) के शुरुआत में चीन में कुल चार भारतीय पत्रकार थे। जिसमें से दो का वीजा चीनी सरकार ने फ्रीज कर दिया था। जिसके बाद उन्हें अप्रैल में भारत वापस लौटना पड़ा था। वहीं, एक पत्रकार का वीजा 11 जून को खत्म हो गया था। वीजा नहीं बढ़ाए जाने पर पत्रकार भारत लौट आया था। अब चीनी सरकार ने एकमात्र बचे भारतीय पत्रकार को भी देश छोड़ने के लिए कह दिया है। यानी जून के बाद चीन में कोई भी भारतीय पत्रकार नहीं बचेगा।
क्या है मामला ?
दरअसल, चीन से सोमवार (12 जून) को भारत पर चीन पत्रकारों के साथ अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बीते कुछ सालों से भारत में चीनी पत्रकारों के साथ भेदभाव हो रहा है और उनका वीजा अप्रूव नहीं किया जा रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि 2020 से चीनी पत्रकारों का वीजा स्वीकार नहीं हुआ है। जिसके चलते अब वहां सिर्फ एक ही चीनी पत्रकार बचा है।
भारत सरकार ने दिया कड़ा जवाब
वहीं, भारत ने भी चीन के आरोपों का कड़ा जवाब दिया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार का कहना है कि भारत में चीनी पत्रकारों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन, चीन में भारत के पत्रकारों के ऐसा नहीं था। उन्हें वहां कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। वहीं, हाल ही में हुई बैठक में कई चीनी पत्रकारों के अस्थायी वीजा अप्रूव किए गए थे। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, भारत सरकार का कहना है कि यहां पर हर विदेशी पत्रकार को काम करने की आजादी है। हमें उम्मीद है कि चीन भी अपने वहां ऐसा ही करेगा।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।