China Stock Market: एशिया के ताकतवर देशों में से एक चीन इन दिनों खराब अर्थव्यवस्था के दौर से गुजर रहा है। चीन की आर्थिक स्थिति अब किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में चीनी युवाओं के पास रोजगार नहीं है। रियल स्टेट सेक्टर धीरे-धीरे डूब रहा है। इसका असर बैंकिंग क्षेत्र पर भी दिख रहा है। इसी वजह से कई विदेशी कंपनियां चीन स्टॉक मार्केट (China Stock Market) को छोड़कर निकलने की तैयारियां कर रही है।
China Stock Market छोड़ रहे विदेश निवेशक
चीन के शेयर बाजार (Stock Market) में काफी दयनीय हालात बने हुए हैं। निवेशकों के बीच भगदड़ का माहौल है। इस सप्ताह संघाई कंपोजिट इंडेक्स 6.2 फीसदी गिर गया है। वहीं, शेनजेन कंपोनेंट इंडेक्स में 8.1 फीसदी की गिरावट देखी गई है। ये बीते 3 सालों में सबसे बड़ी गिरावट है। इस तरह से पिछले 3 साल में चीन के शेयर बाजार का पूंजीकरण लगभग 7 ट्रिलियन डॉलर कम हो चुका है।
चीन का विकल्प बन रहा भारतीय Stock Market
आपको बता दें कि कई विदेशी निवेशक चीन को छोड़कर अब भारत में निवेश कर रहे हैं। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि विदेशी निवेशक भारत के 4 ट्रिलियन डॉलर के बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा है कि चीन की लगातार बिगड़ती अर्थव्यवस्था के बीच निवेशक भारत को एक अच्छे विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था बनी हुई है।
भारत में 20 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश
रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि 2023 के दौरान भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी 50 इंडेक्स ने बीते एक साल में 23.74 फीसदी या फिर 4200 अंकों से अधिक का उछाल देखा गया है। 2023 के दौरान भारत में लगभग 20 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश हुआ है।
आपको बता दें कि भारतीय शेयर बाजार विश्व के सबसे महंगे स्टॉक मार्केट में से एक बन चुका है। आंकड़ों के मुताबिक, बीते एक साल में प्राइस टू अर्निंग रेशो निफ्टी 50 के लिए 22.8 है, जोकि चीन से तीन गुना है।
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