Commanders Conference: केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को गोवा के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने भविष्य में सेना को होने वाली चुनौतियों को लेकर चर्चा की। रक्षामंत्री ने कहा कि आज के समय में सबसे ज्यादा नजर हमें समुद्री तटों और सीमाओं पर रखने की जरूरत है। भारत के दुश्मन इसी रास्ते आकर हमें क्षति पहुंचाते हैं। ऐसे में सैनिकों को सावधानी और पूरी जिम्मेदारी के साथ समुद्री तट और सीमावर्ती क्षेत्रों का ध्यान रखना होगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पर नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में ये बातें कही। गोवा में इन दिनों समुद्र के बीच में पहली बार कमांडर्स की बैठक हो रही है।
इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ नौसेना के कई बड़े अधिकारी शामिल हुए हैं। समुद्र के बीच में ये बैठक भारत की स्वदेशी और सबसे बड़ी जहाज आईएनएस विक्रांत पर हो रही है। ये कार्यक्रम पांच दिनों तक समुद्र के बीचों – बीच ऐसे ही चलेगा।
रक्षामंत्री ने नेवी के लिए बढ़ाया बजट
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह देश की सुरक्षा को लेकर सेना के अधिकारीयों के साथ बैठक कर रहे हैं। ऐसे में गोवा पहुंचे रक्षामंत्री ने देश की सुरक्षा को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने नौसेना के लिए दिए जाने वाले बजट को बढ़ाने का आश्वासन दिया। नौसेना को अभी तक बजट के रूप में 47,590.99 करोड़ रुपए मिलता था लेकिन अगले साल से ये बजट बढाकर 52,804.75 करोड़ रुपए कर दिया गया है। नौसेना के अधिकारीयों को भी राजनाथ सिंह कई तरह की सुविधाएं देने की बात कही।
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चीन को पछाड़ने की कोशिश
रक्षामंत्री ने नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में चीन का जिक्र करते हुए कहा कि चीन अपने देश की सुरक्षा के लिए बड़ा निवेश करने जा रहा है। ऐसे में भारत भी अपनी सेना पर जल्द ही बड़ा निवेश करेगा। इस निवेश से न सिर्फ सेना को सुविधा मिलेगी बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था में भी सुधार होगा। भारत की सेना को दिए जाने वाले इस निवेश से चीन को भी पछाड़ने में मदद मिलेगी। बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने भी विक्रमादित्य पर प्रधानमंत्री बनाने के बाद सेना के जवानों को संबोधित किया था।