IGI Airport: दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर कई अहम निर्माण चल रहे हैं। इस में से सबसे बड़ा निर्माण एलिवेटेड टैक्सीवे का किया जा रहा है। बता दें कि, इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चल रहे एलिवेटेड टैक्सीवे का निर्माण पूरा हो गया है। कोरोना महामारी मे लगाए गए लॉकडाउन के कारण इसका कार्य काफी प्रभावित हुआ था लेकिन इसके बावजूद एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य तेजी से चल रहा है और इसके तहत इस बड़े निर्माण का पहला फेज पूरा हो गया है।
एलिवेटेड टैक्सीवे की जांच और निरक्षण का कार्य
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चल रहे विस्तार कार्य के पहले फेज के तहत एयरपोर्ट पर एलिवेटेड टैक्सीवे बनाया गया। एलिवेटेड टैक्सीवे की लंबाई 1.8 किलो मीटर और चौड़ाई 203 मीटर की है। इसी के साथ यह टैक्सीवे एक 8 मीटर ऊंचे पुल पर होगा। बता दें कि, यह भारत का पहला एलिवेटेड टैक्सीवे है। यह टैक्सीवे टर्मिनल वन और टर्मिनल 3 को आपस में जोड़ने का कार्य भी करेगा। इसी कड़ी में एलिवेटेड टैक्सीवे की जांच और निरीक्षण के लिए इसको ब्यूरो ऑफ सिविल एक्शन सिक्योरिटी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन को सौंप दिया गया है।
ये सारी दिक्क़ते होंगी दूर
एयरपोर्ट नियामक संस्थाओं की ओर से जांच करने के बाद एलिवेटेड टैक्सीवे को हरी झंडी मिलते ही यह एलिवेटेड टैक्सीवे सितंबर से शुरू कर दिया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि, इसके शुरू होने से टर्मिनल 3 में अधिक विमानों की आवाजाही हो सकेगी। इससे रन वे पर विमानों का ट्रैफिक भी कम हो जाएगा। मौजूदा समय में पर्याप्त जगह के अभाव में विमानों को उड़ान भरने में विलंब की समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि टैक्सीवे पर जगह नहीं मिलने के कारण विमानों को टर्मिनल के पास खड़ा कर दिया जाता है इससे विमानों के आवागमन में दिक्कत होती है ऐसे में इस एलिवेटेड टैक्सीवे के निर्माण से यह सारी दिक्कतें भी दूर हो जाएंगी।