Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर अपनी तैयारी कर ली है। इसके तहत आज केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सरकार एक बार फिर अपने ‘विंटर एक्शन प्लान’ के लिए तैयार है। इसके तहत हमने 13 जगहों को चिन्हित किया है जहां प्रदूषण का स्तर ज्यादा है और इस पर नियंत्रण पाने के लिए 13 टीमों का गठन भी किया गया है।
केजरीवाल ने इस दौरान ये भी बताया कि सरकार ने पिछली बार 4400 एकड़ खेतों में पराली जलाने के मामलों को नियंत्रित करने के लिए बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल किया था। इस बार उसे बढ़ाकर 5000 एकड़ के खेतों मे इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
प्रदूषण पर रोकथाम के लिए उठाए जाएंगे ये कदम
बता दें कि दिल्ली सराकर की ओर से प्रदूषण पर रोकथाम के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत सरकार राजधानी में 52 लाख पौधारोपण करेगी। वहीं 13 अत्याधिक प्रदूषित जगहों का चयन कर उसके लिए टीम बनाया जाएगा जो कि प्रदूषण पर नियंत्रण पाने में सरकार की मदद कर सके। इसके तहत ही यहां 1 अक्टूबर से ग्रेप का पालन कराया जाएगा जिससे प्रदूषण को नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी। सीएम केजरीवाल की ओर से इस बात की जानकारी भी दी गई है कि इस बार 5000 एकड़ खेतों में बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल कराया जाएगा जिससे की पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिल सके।
प्रदूषण को लेकर सीएम केजरीवाल का बड़ा दावा
राजधानी दिल्ली में होने वाले प्रदूषण को लेकर सीएम केदरीवाल ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया है कि राजधानी में पहले के मुकाबले प्रदूषण पर 30 फीसदी तक नियंत्रण पाया जा सका है। इस दौरान सीएम ने ये भी दावा किया कि बायो डिकंपोजर के इस्तेमाल से पराली जलने वाली घटनाओं पर भी नियंत्रण पाया जा सका है। वहीं सीएम ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए इलेक्ट्रिकल व्हीकल पॉलिसी, इलेक्ट्रिक बसों का खरीदना और ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी जैसे प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि हमने अभियान चलाकर प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश की है।
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