Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में तमाम सियासी उठा-पटक के बाद आतिशी मार्लेना ने नए मुख्यमंत्री (CM) के रूप में शपथ ले ली है। उन्होंने 21 सितंबर की शाम अपनी कैबिनेट के टीम संग शपथ लेकर नया आगाज किया। कुमारी आतिशी (CM Atishi Marlena) आज मुख्यमंत्री दफ्तर भी पहुंची और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने सरकार के काम-काज की रूप-रेखा रखी।
सीएम आतिशी ने इस दौरान मुख्यमंत्री की आधिकारिक कुर्सी छोड़कर वैकल्पिक कुर्सी पर स्थान लिया। उन्होंने कहा कि “दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की है। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली की जनता उन्हें फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री चुनेगी। तब तक कुर्सी इसी दफ्तर में रहेगी और अरविंद केजरीवाल का इंतजार करेगी।” (Delhi News)
मुख्यमंत्री की कुर्सी रहेगी खाली
आतिशी मार्लेना ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में चार्ज ले लिया है। इस इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉनफ्रेंस कर मीडिया से बात भी की। सीएम आतिशी (Atishi Marlena) ने कहा कि “मैंने दिल्ली की मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाल लिया है। आज मेरा दर्द वही है जो भरत का था जब भगवान राम 14 साल के लिए वनवास गए थे और भरत को कमान संभालनी पड़ी थी। जैसे भरत ने भगवान की चरण पादुकाएं संभालकर रखी और कमान संभाली थीं, वैसे ही अगले चार महीने मैं दिल्ली की सरकार चलाउंगी।”
सीएम आतिशी ने ये भी कहा कि “अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मर्यादा और नैतिकता की मिसाल कायम की है। अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए बीजेपी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन पर झूठे मुकदमे लगाए गए, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और छह महीने के लिए जेल में डाल दिया गया। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जब तक दिल्ली की जनता उन पर भरोसा नहीं जताती, तब तक वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली की जनता उन्हें फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री चुनेगी।”
दिल्ली में सियासी उठा-पटक
दिल्ली में बीते दिनों खूब सियासी उठा-पटक देखने को मिली थी। दिल्ली के कथित आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को मिली जमानत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया था। इसके बाद AAP की ओर से कुमारी आतिशी को विधायक दल का नया नेता चुना गया और उन्होंने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वर्तमान में राजधानी के सियासत में स्थिरता देखने को मिल रही है और सरकार का संचालन सुचारू रूप से चलने की उम्मीद है।