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मुश्किलों में फंसे दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, करोड़ो के घोटाले में शामिल होने का आरोप; बेटे पर उठे सवाल

Delhi News: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार पर द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत अधिग्रहण की गई जमीनों के मूल्य को बढ़ाने के संबंध में आरोप लगे हैं।

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Delhi News: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल नरेश कुमार पर द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत अधिग्रहण की गई जमीनों के मूल्य को बढ़ाने के संबंध में आरोप लग रहे हैं। भारतीय न्यूज वेबसाइट द वायर की रिपोर्ट के अनुसार द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के लिए 41 करोड़ के मूल्य को 354 करोड़ तक बढ़ा दिया गया। इसमें नरेश गोयल के शामिल होने के आरोप भी लगे हैं। वहीं खबर है कि दिल्ली के जिन दो व्यवासियों से प्लॉट हासिल किया जाना था उनमें से एक के रियल्टी फर्म में मुख्य सचिव का बेटा भी कार्यरत है। इस पूरे प्रकरण में अब मुख्य सचिव के साथ उनके बेटे पर भी प्रश्न खड़े होने लगे हैं। हालाकि नरेश कुमार ने इस तरह के सभी आरोपों को दरकिनाकर करते हुए कहा है कि उनका बेटा करण चौहान उन पर निर्भर नहीं है।

ये है पूरा मामला

दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार पर करोड़ों के घोटाले में शामिल होने का आरोप है। न्यूज वेबसाइट द वायर ने अपने एक रिपोर्ट के तहत बताया है कि दक्षिण पश्चिम दिल्ली के डीएम द्वारा 19 एकड़ जमीन के लिए सुभाष चंद कथूरिया और विनोद कथूरिया को 18.54 करोड़ रुपये प्रति एकड़ की दर से 353 करोड़ रुपये भुगतान किए गए। इस भुगतान पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि क्योंकि 2018 में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने इस जमीन के लिए 53 लाख रुपये प्रति एकड़ के मूल्यांकन के दर से 41.52 करोड़ रुपये भुगतान कराए थे। हालाकि डीएम हेमंत कुमार ने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के फैसले से उलट जमीन के लिए ज्यादा दर पर मुआवजा दिया। बता दें कि हेमंत कुमार इस वक्त 40 दिनों के बाद मुख्य सचिव बने नरेश कुमार के बाद साउथवेस्ट दिल्ली के DM के पद पर तैनात थे।

बेटे पर भी उठे सवाल

दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के साथ उनके बेटे पर भी सवाल उठ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि जिन दो व्यक्तियों को जमीन के बदले ज्यादा दर के साथ रुपयों का भुगतान किया गया उनमें से एक के साथ नरेश कुमार का बेटा रियल्टी फर्म में कार्यरत है। हालाकि मुख्य सचिव ने इस तरह के सभी आरोपों से किनारा करते हुए कहा है कि उनका बेटा करण उन पर निर्भर नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें अपने बेटे के अनंत राज हाउसिंग लिमिटेड के निदेशकों के साथ किसी भी तरह के संबंध की जानकारी नहीं है। वर्तमान की बात करें तो मुख्य सचिव इन आरोपों के तहत घिरते नजर आ रहे हैं। हालाकि मामले की वास्तविकता क्या है ये जांच के बाद ही पता लगाया जा सकता है।

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