Home ख़ास खबरें Delhi News: MCD का बड़ा एक्शन! बेसमेंट में चलने वाले दर्जनों कोचिंग...

Delhi News: MCD का बड़ा एक्शन! बेसमेंट में चलने वाले दर्जनों कोचिंग सेंटर पर लगाया ताला; जानें डिटेल

Delhi News: UPSC अभ्यर्थियों की मौत के बाद MCD ने सख्ती दिखाते हुए बेसमेंट में चलने वाले दर्जनों कोचिंग सेंटर को सील कर दिया है।

0
Delhi News
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में बीते दिनों (शनिवार) भारी बारिश के बाद एक निजी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 अभ्यर्थियों की मौत का मामला सामने आया था। ये सभी अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) जैसे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। UPSC की तैयारी करने वाले इन तीनों अभ्यर्थियों की मौत के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) एक्शन मोड में नजर आ रहा है।

दिल्ली (Delhi News) नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय के निर्देश पर MCD के अधिकारियों ने कानूनी मानकों और भवन उपनियमों का उल्लंघन करने वाले 13 कोचिंग सेंटर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें सील कर दिया है। इसमें आईएएस गुरुकुल, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, सिविल्स डेली आईएएस, विद्या गुरु और ईजी फॉर आईएएस जैसे कोचिंग सेंटर शामिल हैं।

MCD का बड़ा एक्शन

दिल्ली नगर निगम ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों में कानूनी मानकों के खिलाफ चल रहे कोचिंग सेंटर्स पर बड़ी कार्रवाई की है। MCD की मेयर शैली ओबेरॉय के निर्देश पर अधिकारियों ने बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे 13 कोचिंग सेंटर को सील कर सरकारी ताला लटकाया है।

MCD की ओर से की गई इस कार्रवाई की ज़द में एक दर्जन से ज्यादा कोचिंग संस्थान आए हैं। राजधानी के मुखर्जीनगर इलाके में जिन कोचिंग संस्थानों पर सरकारी ताला लगाया गया है उसमें IAS गुरुकुल, आईएएस सेतु, 99 नोट्स, ईजी फॉर IAS, टॉपर्स अकादमी, चहल अकादमी, गाइडेंस IAS, प्लूटस अकादमी, करियर पावर, दैनिक संवाद, विद्या गुरु, सिविल डेली IAS और साई ट्रेडिंग जैसे कोचिंग संस्थान हैं। MCD की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ये सभी कोचिंग संस्थान तय मानकों व नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में कोचिंग संचालित कर रहे थे।

उच्च स्तरीय समिति का होगा गठन

दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में शनिवार को एक निजी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने के कारण 3 अभ्यर्थियों की मौत हुई थी। इस मामले को लेकर दिल्ली नगर निगम बेहद गंभीर है। जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले की जांच के लिए निगम एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करेगा जिससे कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जा सके।

Exit mobile version