Rahul Gandhi Defamation Case: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई। शुक्रवार को लोकसभा सचिवालय ने संसद सदस्यता रद्द करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। विपक्ष के नेता केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। वहीं, भाजपा नेताओं की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है।
कांग्रेस मुख्यालय में हाईलेवल मीटिंग (Rahul Gandhi Defamation Case)
इसी बीच लोकसभा सदस्यता रद्द (Rahul Gandhi Defamation Case) किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यालय में हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई। यह बैठक करीब दो घंटे चली। बैठक में कांग्रेस पार्टी ने इसके खिलाफ आंदोलन करने का फैसला किया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ब्लॉक लेवल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आंदोलन किया जाएगा। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी के मुद्दे को लेकर देशभर में आंदोलन किया जाएगा. वहीं, इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी सहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सीएलपी नेता और कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
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आज AICC मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge जी की अध्यक्षता और CPP चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी जी की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्षों, CLP नेताओं सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। pic.twitter.com/wXD52PlncH
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‘संसद सदस्यता जानबूझकर खत्म की गई’
बैठक में राहुल गांधी की संसद सदस्यता को अयोग्य ठहराए (Rahul Gandhi Defamation Case) और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। मीटिंग के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश भर में यह मुद्दा लेकर जाएगी कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता जानबूझकर खत्म की गई है। उन्होंने कहा कि इसके तीन प्रमुख कारण हैं। जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई। साथ ही भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से BJP घबराई हुई है। तीसरा कारण है कि राहुल गांधी अडानी घोटाले पर बोल रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी देश भर में यह मुद्दा लेकर जाएगी कि राहुल गांधी जी की संसद सदस्यता जानबूझकर खत्म की गई है।
इसके तीन प्रमुख कारण हैं
1. राहुल जी ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई
2. भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से BJP घबराई हुई है
3. राहुल जी अडानी घोटाले पर बोल रहे हैं pic.twitter.com/DL7ODcnlRL— Congress (@INCIndia) March 24, 2023
सोमवार से शुरू होगा जन आंदोलन (Rahul Gandhi Defamation Case)
जयराम रमेश ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस फैसले के खिलाफ कई पार्टियों ने अपना बयान हमारे समर्थन में दिया है। कांग्रेस पार्टी उन पार्टियों का स्वागत करती है। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी उन सभी दलों के साथ संपर्क में रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसे एक जन आंदोलन के रूप में आगे ले जाएगी। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के साथ राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर जन चेतना कार्यक्रम, संविधान बचाओ कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी कार्यक्रम सोमवार से शुरू होगा।
राहुल गांधी जी के मामले की क्रोनोलॉजी समझिए
• 7 फरवरी: राहुल जी ने PM मोदी-अडानी पर लोकसभा में भाषण दिया
• 16 फरवरी: शिकायतकर्ता गुजरात HC से खुद का ही लिया स्टे वापस लेता है
• 27 फरवरी: सुनवाई शुरू
• 17 मार्च: निर्णय रिजर्व
• 23 मार्च: निर्णय आता है: @Jairam_Ramesh जी pic.twitter.com/hDHAu7Mt2s
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हम डरने वाले नहीं हैं- प्रियंका गांधी
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारी रगों में शहीदों का खून है, जो इस देश के लिए बहा है। हम डट कर लड़ेंगे, हम डरने वाले नहीं हैं। राहुल गांधी के अडानी-मोदी के संबंधों पर सरकार जवाब देना नहीं चाहती और उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही उसी का नतीजा है।
हमारी रगों में शहीदों का खून है, जो इस देश के लिए बहा है – हम डट कर लड़ेंगे, हम डरने वाले नहीं हैं।
राहुल गांधी जी के अडानी – मोदी के संबंधों पर सरकार जवाब देना नहीं चाहती और उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही उसी का नतीजा है।
: @priyankagandhi जी pic.twitter.com/Qd0M6eTGeS
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बैठक में ये रहे मौजूद
कांग्रेस मुख्यालय पर हुई हाईलेवल मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, अशोक गहलोत, प्रियंका गांधी, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मीरा कुमार, पी चिदंबरम, पवन कुमार बंसल, आनंद शर्मा, राजीव शुक्ला, सलमान खुर्शीद, जयराम रमेश और तारीक अनवर सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।