Rahul Gandhi Disqualified: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 23 मार्च को गुजरात की सूरत सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी को ‘मोदी सरनेम’ मामले में 2 साल कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद कांग्रेस नेता की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। वहीं, सोमवार को लोकसभा की हाउस कमेटी ने राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भेजा था।
‘घर से जुड़ी हैं बहुत यादें’ (Rahul Gandhi Disqualified)
आज यानी मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा हाउस कमेटी की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब दिया है। राहुल गांधी ने नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि इस आदेश का पालन करूंगा। साथ ही उन्होंने जवाब में यह भी लिखा कि इस घर से उनकी बहुत यादें जुड़ी हुई हैं।
"As an elected Member of Lok Sabha over last 4 terms, it is the mandate of the people to which I owe the happy memories of my time spent here. Without prejudice to my rights, I will, of course, abide by the details contained in your letter," Rahul Gandhi writes to Deputy… https://t.co/c3LzehDt9u pic.twitter.com/k5VW47TZB1
— ANI (@ANI) March 28, 2023
राहुल गांधी ने पत्र का दिया जवाब
राहुल गांधी ने पत्र का जवाब देते हुए लिखा कि- ‘ 27 मार्च को 12, तुगलक रोड स्थित सरकारी बंगला खाली करने का पत्र मिला है। पत्र के लिए धन्यवाद। उन्होंने आगे लिखा कि यहां मेरी कई सुखद यादें हैं। मैं पिछले 4 कार्यकाल से लोकसभा का एक निर्वाचित सदस्य रहा। साथ ही राहुल गांधी ने लिखा है पत्र में जो भी आदेश दिया गया है उसकी मैं पालना करूंगा।
क्या है पूरा मामला (Rahul Gandhi Disqualified)
गौर हो कि मोदी सरनेम मामले में 23 मार्च को राहुल गांधी को सूरत सेशन कोर्ट ने दो साल कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय की ओर से एक नोटिस जारी किया गया। जिसमें 23 मार्च से राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने की बात थी। इसके बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। वहीं, संसद सदस्यता रद्द होने के बाद रविवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से नई दिल्ली में एक दिवसीय संकल्प सत्याग्रह का आयोजन किया गया। इस संकल्प सत्याग्रह में प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, हरीश चौधरी, जयराम रमेश सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।’
खड़गे के आवास पर बैठक का आयोजन
वहीं, सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर एक बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में कांग्रेस नेता के अलावा कई विपक्षी दल के नेता भी शामिल हुए। बैठक के बाद राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा था कि-‘जिस प्रकार से लोकतंत्र को समाप्त किया जा रहा है, उससे सब दुखी हैं। संयुक्त विपक्ष ने तय किया है कि इस तानाशाह सरकार के खिलाफ लोकतंत्र को बचाने की मुहिम में हम साथ चलेंगे।’