Delhi Pollution: इन दिनों दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। अब वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार अब राजधानी में कृत्रिम बारिश करवाएगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने आईआईटी कानपुर से संपर्क कर इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी साझा करने का लेकर आग्रह किया था। यहां से जानकारी प्राप्त होने के बाद प्लान को सुप्रीम कोर्ट के सामने मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा और वहां से स्वीकृति मिलने के बाद राजधानी में पहली बार Artificial तरीके से बारिश करवाई जाएगी।
दिल्ली में आईआईटी कानपुर द्वारा तैयार कृत्रिम वर्षा कराने की योजना
सामाचार एजेंसी पीटीआई के वेरिफाइड एक्स हैंडल से एक वीडियो जारी किया गया है। इसमें विस्तृत जानकारी देते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि “कृत्रिम बारिश के लिए क्लाउड सीडिंग के संबंध में आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के विशेषज्ञों के साथ एक बैठक हुई। हमने उनसे कल तक कृत्रिम बारिश पर प्रस्ताव भेजने के लिए कहा है ताकि इसे आवश्यक अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सके।” दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, ”अगर आईआईटी कानपुर के द्वारा फुलप्रूफ प्रपोजल साझा किया जाता है और उसे सुप्रीम कोर्ट भी अपनी मंजूरी दे देती है तो दिल्ली में 20 और 21 नवंबर को कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) करवाई जा सकती है।”
दिल्ली-NCR में प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल
मालूम हो कि इन दिनों दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, राजधानी भर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी’ में है। बीते बुधवार सुबह को आरके पुरम में 433, आनंद विहार में एक्यूआई 452,पंजाबी बाग में 460, ओखला में 426, श्री अरबिंदो मार्ग में 382, आईटीओ में 413 और शादीपुर में 413 दर्ज किया गया। बहरहाल, व्याप्त प्रदूषण की भयावह स्थिति से निटपने के लिए दिल्ली सरकार ने आईआईटी कानपुर द्वारा तैयार कृत्रिम वर्षा कराने की योजना तैयार की है।
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