Diwali 2024: देश के विभिन्न हिस्सों में दिवाली पर्व की धूम शुरू हो चुकी है। 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को मनाए जाने वाले दीपावली पर्व (Deepawali) के लिए बाजार सज चुके हैं। लोग अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार सामानों की खरीदारी कर दीपोत्सव मनाने के लिए उत्सुक हैं। इस दौरान बाजार में कोई रंग-बिरंगी लाइट की खरीदारी करता नजर आ रहा है तो कोई कपड़े और मिठाइयां समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी कर रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर दिवाली (Diwali 2024) पर्व को लेकर तमाम चरह की चर्चाएं भी हो रही हैं।
कोई लक्ष्मी-गणेश (Lakshmi-Ganesh Puja) पूजन की विधि पर बात कर रहा है तो कोई दीपक जलाने व अन्य तरह के विधि-विधान की चर्चा छेड़ रहा है। कई ऐसे पक्ष भी हैं जो दिवाली की रात खेले जाने वाले जुए और शराब पीने के कल्चर पर अपनी बात रखते हैं। लोग अपने-अपने बुद्धि-विवेक के अनुसार इसके पीछे तर्क भी दे रहे हैं। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि दिवाली की रात जुआ खेलना (Gambling) और शराब पीना सही है या गलत?
Diwali 204- दिवाली पर्व की धार्मिक मान्यता
प्रकाश पर्व दिवाली की धार्मिक मान्यता बेहद खास है। इसका जुड़ाव त्रेतायुग और रामायण (Ramayana) से बताया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी दिन (दिवाली) प्रभु राम लंकापति रावण का वध करने के बाद अपना वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे। उनके अयोध्या लौटने की खुशी में प्रजा ने दीप जलाकर उनका स्वागत कर खूब उत्सव मनाया गया था। तभी से इस परंपरा की शुरुआत हुई और आज तक हम प्रत्येक कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दिवाली पर्व धूम-धाम से मनाते हैं।
दिवाली पर शराब पीना और जुआ खेलना सही या गलत?
आधुनिकता और सोशल मीडिया के बढ़ते दौर में दिवाली को नई दिशा मिल चुकी है। दिवाली (Diwali) की रात लोग जुआ खेलने और शराब पीने को आतुर रहते हैं। लोगों के लिए ये कृत्य मौज-मस्ती का एक हिस्सा बन चुका है। हालांकि, इसको लेकर कई तरह का भ्रांतियां हैं। विद्वानों की मानें तो दिवाली की रात शराब पीना और जुआ खेलना जैसा आचरण गलत है। देश के जाने-माने संत अध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज का कहना है कि “लोक व्यवहार व लोक मान्यताओं को सत्य न मानिए। दिवाली के दिन सब खेलते हैं तो हम भी खेलेंगे ये आचरण सही नहीं है।”
प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) ने इशारों-इशारों में जुआ खेलने और शराब पीने जैसे कल्चर को बढ़ावा देनी गलत आचरण का हिस्सा बताया है। उनका कहना है कि इससे त्योहारों की मान्यताओं का पतन होता है। ऐसे में लोग दिवाली के दिन दीप प्रज्वलित करें, माला जप करें और सिद्धियोग करें। इससे देवी का आशीर्वाद प्राप्त होगा और सुख-संपदा की प्राप्ति होगी। इसके अतिरिक्त कई सारे अन्य संत, महात्मा व धार्मिक गुरु भी हैं जो दिवाली की रात जुआ खेलने और शराब पीने जैसी कृत्य को गलत आचरण बता चुके हैं।
Diwali 2024- जुआ खेलने का चलन क्यों?
दिवाली की रात देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग जुआ खेलते हैं। दावा किया जाता है कि इस रात जुआ खेलना शुभ है। हालांकि, जुए में पैसे लगाकर खेलना और इसका नशा सिर पर सवार होना निश्चित रूप से अशुभ है। इससे लोगों पर नकारात्मकता हावी होने के साथ आर्थिक हानि की संभावना भी बढ़ जाती है।
दिवाली (Diwali 2024) की रात लोगों द्वारा जुआ खेलने के पीछे कई सारे अन्य तर्क भी दिए जाते हैं। मान्यताओं का हवाला देकरकहा जाता है कि दिवाली की भगवान शंकर और माता पार्वती ने चौसर खेला था। इसके बाद चौसर का चन बढ़ा। हालांकि, धीरे-धीरे जुआ (पैसों की बाजी) ने चौसर का स्थान ले लिया और ये गलत आचरण लोगों के जीवन का हिस्सा बना। इसके बाद प्रथाएं इस नाम पर बदनाम हुईं। ज्यादातर विद्वान अब पूर्णत: इसके विरोध में अपनी बाते रखते हैं और इस चलन को खत्म करने की बात करते हैं।
क्या Bollywood जगत की नामचीन हस्तियों से प्रभावित हुए लोग?
दिवाली पर्व को सभी अपने तौर-तरीकों से मनाते हैं। बॉलीवुड (Bollywood) जगत की नामचीन हस्तियां भी दिवाली मनाने के लिए एकत्रित होती हैं और कार्ड्स खेलते हुए मौज मस्ती कर त्योहार मनाती हैं। हालांकि, इसका असर उनके प्रशंसकों पर होता है और वे शराब व जुआ जैसे चलन को अपनाकर इसे दिवाली का हिस्सा बना लेते हैं।
अभिनेता आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से वर्ष 2022 दिवाली उत्सव का एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में ताहिरा कश्यप, आयुष्मान खुराना, वरुण धवन, कार्तिक आर्यन, अली फजल, ऋचा चड्ढा और कृति सैनन समेत बॉलीवुड जगत के तमाम अभिनेता और अभिनेत्री दिवाली मनाते नजर आ सकते हैं। इस क्लिप में कई सारे लोग पत्ते खेलते भी देखे जा सकते हैं।
कुणाल खेमू की पत्नी और बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान ने भी दिवाली को अपने अंदाम में मनाया है। उनके इंस्टाग्राम हैंडल से एक वीडियो क्लिप जारी किया गया है जिसमें कुणाल खेमू के साथ सोहा अली खान व अन्य लोग कार्डस खेलते नजर आ रहे हैं।
बॉलीवुड जगत की अन्य कई हस्तियां भी इस अंदाज को अपनाती हैं और दीपोत्सव पर कार्ड खेलने को प्राथमिकता देती हैं। इसका असर बेहद व्यापक होता है और प्रशंसक अपने पसंदीदा अभिनेता या अभिनेत्री से प्रभावित होते नजर आ रहे हैं।