India-China: चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू 27 अप्रैल को भारत के दौरे पर आने वाले हैं। ऐसे में उनके इस दौरे से पहले पूर्वी लद्दाख के मुद्दे को लेकर रविवार को एक बैठक की गई। इस बैठक में सेना से जुड़े दोनों देशों के बड़े पदाधिकारी शामिल हुए थे। यह भारत और चीन के बीच 18 वें दौर की सैन्य वार्ता थी। इस सैन्य वार्ता के बाद सेना के अधिकारियों के द्वारा इसकी जानकारी दी गई। वहीं चीन के विदेश मंत्री के इस दौरे को लेकर कहा जा रहा है कि वह शंघाई सहयोग संगठन के रक्षा मंत्री स्तर की बैठक में शामिल होने के लिए भारत आ रहे हैं। इस बार शंघाई सहयोग संगठन की मेजबानी भारत कर रहा है।
इन मुद्दों पर भारतीय ने रखा पक्ष
रविवार को यह बैठक चुशुल-मोल्डो सीमा पर आयोजित की गई थी। इस बैठक में दोनों ही देशों के वरिष्ठ सेना कमांडर शामिल हुए। भारत की तरफ से इसका नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली कर रहे थे। बता दें कि यह सैनिक कोर एलएसी की सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखती है। वहीं कोर कमांडर स्तर की वार्ता को लेकर ये कहा जा रहा है कि यह वार्ता काफी समय से चल रहे लद्दाख विवाद को खत्म करने के लिए शुरू किया था।
भारत की तरफ से ये कहा गया है कि जब तक सीमा के समीप वाले क्षेत्रों में शांति नहीं कायम होगी तब तक चीन से संबंध सही नहीं हो सकते हैं। बता दें कि इस बैठक का आयोजन चार महीने के बाद किया जा रहा है। इस बैठक में भारत ने पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग में चल रहे मुद्दे को भी गंभीरता से रखा है। इसके साथ ही भारतीय सेना के कमांडर राशिम बाली ने अन्य कई मुद्दों को भी गंभीरता से रखकर उसे जल्द से जल्द हल करने के लिए कहा है।
इसे भी पढ़ेंः Same Sex Marriage मामले में तीसरे दिन की सुनवाई खत्म, याचिकाकर्ता की मांग-‘SMA में सरकार को ‘जीवनसाथी’ जोड़ने की जरूरत’
2020 से चल रहा है विवाद
भारत और चीन के बीच चल रहा यह विवाद काफी पुराना है लेकिन साल 2020 में पैंगोंग झील क्षेत्र में हुई हिंसक झड़प के बाद यह चर्चा में आ गया। इसके साथ ही साल 2020 के जून महीने गलवान घाटी में भी दोनों सेना के बीच जमकर संघर्ष हुआ। ऐसे में इस विवाद के बाद दोनों देशों के बीच दूरियां बढ़ने लगी। वहीं इस विवाद को बढ़ता देख सैन्य और कूटनीतिक वार्ता के अंतर्गत दोनों देशों की सरकारों ने अपनी सेना जो पीछे हटा लिया था।
इसे भी पढ़ेंः Bilawal Bhutto India Visit: नाजुक हालात के बीच पाकिस्तानी विदेश मंत्री आएंगे भारत, PM Modi को लेकर दिया था विवादित बयान