EC Press Conference: लोक सभा चुनाव 2024 का समापन हो गया है। इसके तहत 1 जून को अंतिम चरण का मतदान भी संपन्न हो गया जिसके बाद देश के नागरिक बेसब्री से चुनावी नतीजों के ऐलान के लिए 4 जून का इंतजार कर रहे हैं। चुनावी प्रक्रिया के पूरे होने के बाद व नतीजों के ऐलान से पूर्व ही चुनाव आयोग (EC) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी पीठ थपथपाई है।
चुनाव आयोग की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई अहम बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कहा है कि “इस आम चुनाव के दौरान लोगों ने किसी तरह की हिंसा नहीं देखी है। इसके लिए आयोग की ओर से कुल दो साल की तैयारी की गई थी।” इसके अलावा चुनाव आयोग ने रिकॉर्ड मतदान, लोकतंत्र के महापर्व में महिलाओं की भागीदारी व कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की है। ऐसे में आइए हम आपको चुनाव आयोग द्वारा किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस के अहम बिंदुओं के बारे में बताते हैं।
EC की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लोक सभा चुनाव 2024 के नतीजों से ही आज चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगभग सबको चौंका दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आयोग द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र किया और बताया कि कैसे आयोग ने कठिन परिश्रम कर लोक सभा चुनाव को सफल बनाया है।
चुनाव आयोग की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया कि “मतगणना के दिन सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी और इसके आधे घंटे बाद ही ईवीएम की गिनती शुरू हो सकेगी।” इसके अलावा राजीव कुमार ने स्पष्ट किया कि वे जल्द ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी शुरू करेंगे।
जयराम रमेश को लगी फटकार
चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश को भी फटकार लगाई और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर उनके द्वारा लगाए गए आरोपों पर जवाब तलब किया।
सीईसी राजीव कुमार ने कांग्रेस नेता के आरोपों को लेकर कहा कि “क्या कोई डीएम/आरओ को प्रभावित कर सकता है? हमें बताएं कि यह किसने किया। हम उस व्यक्ति को दंडित करेंगे और यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह सही नहीं है कि आप अफवाह फैलाएं और हर किसी पर संदेह करें।”
चुनावी मौसम के बीच रिकॉर्ड कार्रवाई
चुनाव आयोग की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि “इस चुनाव के दौरान आयोग ने लगभग 10000 करोड़ रुपये की जब्ती का रिकॉर्ड बनाया है और यह 2019 में जब्त किए गए मूल्य का लगभग 3 गुना है। ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि स्थानीय टीमों को उनका काम करने का अधिकार दिया गया था।”
आयोग की तरफ से ये भी स्पष्ट किया गया कि मतगणना की पूरी प्रक्रिया मजबूत है और यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है।