Supertech: देश में रियल स्टेट सेक्टर की बड़ी कंपनियों में से एक सुपरटेक समूह पर एक बड़ी गाज गिर गई है। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने सुपरटेक और उसके निवेशकों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। ईडी ने सुपरटेक और उसके निवेशकों की 40 करोड़ से अधिक की संपत्ति को जब्त कर लिया है। बताया जा रहा है कि ईडी ने धनशोधन मामले में ये कार्रवाई की है।
ईडी ने Supertech पर की बड़ी कार्रवाई
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डिंग एक्स (PMLA) के कानून के तहत कार्रवाई की है। ईडी ने कहा कि उत्तराखंड के रुद्रपुर में मौजूद 25 अचल संपत्तियों और उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेरठ मॉल को कुर्क करने के लिए अंतरिम आदेश जारी किया गया था।
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संपत्तियों का कुल मूल्य 40.39 करोड़
ईडी ने अपने बयान में कहा कि कुर्क की गई सभी संपत्तियों का कुल मूल्य 40.39 करोड़ रुपये है। सुपरटेक समूह के खिलाफ पीएमएलए का मामला दिल्ली, हरियाणा और यूपी में दर्ज है। ईडी का आरोप है कि कंपनी और उसके निदेशक अपने रियल स्टेट प्रोजेक्ट में बुक किए गए फ्लैटों के लिए एडवांस के तौर पर रकम लेकर उनके साथ धोखा करने का आरोप है। इसके अलावा सुपरटेक पर ये भी आरोप है कि वह अपने खरीदारों को समय पर फ्लैट मुहैया नहीं करा पाया।
सुपरटेक ने लोगों के साथ किया धोखा
इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि सुपरटेक ने आम लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। ईडी ने बताया है कि कंपनी ने खरीददारों से फंड इकट्टठा किया और फ्लैटों के निर्माण के लिए वित्तीय संस्थानों से प्रोजेक्ट लोन भी लिया। मगर सभी फंड को कंपनी ने समूह की अन्य कंपनियों के नाम पर जमीन की खरीद के नाम पर अनुचित तरीके से डायवर्ट किया, जिन्हें फिर से बैंकों और वित्तीय संस्थानों से पैसा उधार लेने के लिए गिरवी रखा गया। ईडी ने आगे कहा कि सुपरटेक ने वित्तीय संस्थानों को अपनी देनदारी में भी भारी चूक की है, जिसकी वजह से वर्तमान में 1500 करोड़ रुपये का ऐसा लोन एनपीए ( नॉन परफॉर्मेंग लोन) बना गया है।