Farmer Protest: आज से शुरू होने वाले किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक बॉर्डर के आस-पास के रिमोट एरिया और जिन रास्तों से वाहन नहीं जा सकते, वहां से पैदल ही किसानों का जत्था दिल्ली में घुसने का प्रयास करेगा। गौरतलब है कि किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे है। बता दें कि पिछली बार भी Farmer Protest करीब 1 साल तक चला था।
Farmer Protest को लेकर खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक Farmer Protest में 200 से अधिक किसान संगठनों ने ‘दिल्ली चलो’ मार्च के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य केंद्र से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गारंटी सहित उनकी मांगों को मानने का आग्रह करना है। रिपोर्ट के मुताबिक अकेले पंजाब से किसानों के विरोध प्रदर्शन के लिए 1500 ट्रैक्टर और 500 वाहन जुटाए गए हैं, इन वाहनों में छह महीने का भोजन राशन और रसद भरा हुआ है। पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर पथराव की भी खबरे है। इधर पुलिस ने कंटीले तारों से किलेबंदी कर रखा है।
पीएम आवास का कर सकते है घेराव?
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि किसानों ने छोटे समूहों में आने और दिल्ली के आसपास के गुरुद्वारों, धर्मशालाओं, आश्रमों, गेस्ट हाउसों में छिपने और अचानक विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि प्रधानमंत्री आवास, गृह मंत्री आवास जैसे स्थान संभावित विरोध लक्ष्य हो सकते हैं।
क्या है किसानों की मांग?
●सभी किसान नेता न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग कर रहे है।
●साल 2020-21 के किसान आंदोलन में जिन किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया था उन्हें वापस लिया जाए।
●किसान नेता चाहते है कि लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को केंद्र सरकार न्याय दे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
●किसान नेता चाहते है कि लखीमपुर खीरी हिंसा में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की मांग कर रहे है।
●दिल्ली कूच करने वाले किसान नेताओं की इस बार सरकार से मांग है कि वह सभी किसानों का सरकारी और गैर सरकारी कर्ज माफ करें।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।