G20 Summit 2023: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) को लेकर लोगों के मन में ढ़ेर सारी बाते चल रही हैं। इस दौरान कहा जा रहा है कि आखिर इस समिट का हासिल क्या होगा? कई लोगों के मन में ये प्रश्न भी आ रहे होंगे कि क्या इस समिट से भारत को लाभ पहुंचने वाला है या नहीं? ऐसे में हम आपको इन सभी प्रश्नों के उत्तर देने की कोशिश करेंगे और बताएंगे कि आखिर इस जी20 समिट (G20 Summit) का भारत के लिए क्या हासिल है।
बता दें कि बीते दिन यानी 9 सितंबर को सम्मेलन के पहले दिन ही भारत ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की और इन सब में सबसे खास रहा नई दिल्ली के घोषणा पत्र की मंजूरी का मिलना। इसमें विश्व में पनप रहे आतंकवाद से लेकर अन्य कई गंभीर मुद्दों पर बात कही गई है। इसे भारत की बड़ी उपलब्धि के रुप में देखा जा राह है।
अफ्रीकन यूनियन को मिली G20 की स्थायी सदस्यता
बता दें कि समिट के पहले दिन ही इसमें शामिल सभी देशों ने बड़ा फैसला ले लिया। इसके तहत अफ्रीकन यूनियन को G20 का स्थाई सदस्य बनाने की घोषणा की गई। इसे भारत की बड़ी उपलब्धि के रुप में देखा जा रहा है क्योंकि इसकी पहल भारत ने ही की थी। वहीं इसके बाद से बयान जारी कर ये भी कहा गया है कि ये जी20 देशों का सामूहिक प्रयास है कि विकासशील देशों को भी मुख्यधारा से जोड़ा जाए। वहीं इसके अतिरिक्त सभी राष्ट्रो को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का पालन करने को भी कहा गया। इसके तहत परमाणु हथियार को लेकर भी जी20 देशों ने बड़ी बात रहते हुए कहा कि इसका उपयोग या इसके संबंध में किसी को भी धमकी देना पूर्णतः अस्वीकार्य है।
विदेश मंत्री के बयान और आतंकवाद के सभी प्रारुपो की निंदा
बता दें कि घोषणा पत्र के पेश होने के साथ ही इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि क्या जी20 के सभी राष्ट्र इस बात को मानने को तैयार होंगे या नहीं। लेकिन इस घोषणा पत्र पर आसानी से सहमति मिल गई। इसमें विश्व भर में पनप रहे आतंकवाद की निंदा की गई है। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस बात पर स्वीकार्यता दी कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है। वहीं इसके अतिरिक्त विदेश मंत्री ने डिजिटल सार्वजनिक बुनिवियादी ढांचे पर ध्यान आकर्षित कराने की बात भी कही। वसुधैव कुटुंबकम के थीम पर ही उन्होंने एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य पर भी जोर दिया। विदेश मंत्री ने दावा किया कि 2030 तक भारत अपने पूर्ण विकास के लक्ष्य को हासिल कर लेगा।
वित्त मंत्री ने जी20 को लेकर कही ये बात
भारत की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने इस दौरान क्रिप्टो समेत वैश्विक समस्याओं के निस्तारण पर काम करने की बात कही। उन्होंने भारत के अध्यक्षता का जिक्र करते हुए कहा कि हमने बेहद ही चुनौतीपूर्ण समय में जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि सभी राष्ट्रों को संयुक्त रुप से साथ आकर वैश्विक समस्याओं का सामना कर इसका निस्तारण करना होगा।
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