Ghaziabad News: कांवड़ यात्रा को लेकर दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और उत्तराखंड समेत कई राज्य अलर्ट मोड़ पर है। गौरतलब है कि सावन का पावन महीना 22 जुलाई 2024 से शुरू हो रहा है। हिंदू धर्म में सावन महीने का खासा महत्व है। गौरतलब है कि कांवडियां पैदल गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार जाते है और शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को गंगा जल से अभिषेक करते है। भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसे लेकर गाजियबाद ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी है। जिसमे भारी वाहनों पर 21 जुलाई की आधी रात से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। इसी को लेकर गाजियाबाद पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एडवाइजरी जारी की है।
भारी वाहनों का किया गया डायवर्जन
गाजियाबाद पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भारी वाहनों के डायवर्जन को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
●राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 34 (पूर्व में NH-58) पर मोहननगर, मेरठ तिराहा, राजनगर एक्सटेंशन हापुड चुगी से मेरठ की ओर वाहनों की आवाजाही को सिंगल लेन में अनुमति दी जाएगी, हालांकि 29 जुलाई से उक्त मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी।
●ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से पलवल कुंडली से आने वाले वाहनों को 29 जुलाई से दुहाई चौराहे से गाजियाबाद शहर, मुराद नगर, मोदी नगर की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, वाहन डासना चौराहे और फिर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 का उपयोग करके अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे।
●दिल्ली और मेरठ के बीच दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही 29 जुलाई से पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएगी, इसके बाद वाहन गंतव्य तक पहुंचने के लिए हापुड़ के रास्ते राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 का उपयोग कर सकते हैं।
●मेरठ तिराहा से हिंडन रिवर साइड, कनावनी, इंदिरापुरम की ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी, वाहन पुराने बस स्टैंड से चौधरी मोड़ से विजय नगर रेलवे ओवर ब्रिज से एनएच-9 की ओर अपने गंतव्य तक जाएंगे।
22 जुलाई से हो रही है सावन महीने की शुरूआत
गौरतलब है कि 22 जुलाई से सावन महीने का पहला सोमवार है। हिंदू धर्म के अनुसार यह महीना काफी पावन माना जाता है। जहां कांवड़ियां अलग-अगल स्थानों से पैदल, गाड़ी और अन्य विकल्पों से हरिद्वार तक का सफर करते है और हरिद्वार से जल लाकर भगवान शंकर पर अर्पित करते है।