Ghaziabad News: आईटीएमएस परियोजना में यातायात प्रबंधन को बेहतर करने के लिए अलग-अलग प्रणालियों को एकत्रित करना शामिल है। जिसमें यातायात नियंत्रण, यातायात प्रवर्तन, लाल बत्ती उल्लंघन का पता लगाना, बिना हेलमेट का पता लगाना और ट्रिपल-राइडिंग का पता लगाना शामिल है।
आईटीएमएस की मदद से शुरू होंगी परियोजनाएं
जानकारी के लिए बता दें कि गाजियाबाद नगर निगम ने शहर में लगभग 1500 सीसीटीवी कैमरों को आईटीएमएस के साथ एकीकृत करने की एक परियोजना शुरू की है। जिसका उद्देश्य अपराध की रोकथाम और मामले की जांच में सहायता के लिए बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए निगरानी और निगरानी बढ़ाना है। नागरिक अधिकारियों ने कहा, यह परियोजना 6 करोड़ रूपये की लागत की तैयारी की जा रही है।
आगे की जानकारी देते हुए आयुक्त ने कहा कि शहर भर में लगभग 1,500 कैमरे लगे हुए हैं। जोकि अलग-थलग हैं और केंद्रीकृत निगरानी के लिए सभी का एक जगह होना जरूरी है। हमने पुलिस से इन कैमरों के स्थान की पहचान करने को कहा और अब हम उन्हें एकीकृत करेंगे। परियोजना के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। आगे अधिकारी ने कहा कि संभावना है कि काम अगले महीने तक शुरू हो जाएगा।
राज्य सरकार से मिली मंजूरी
अधिकारी ने आगे कहा कि लगभग सात या आठ साल पहले शहर भर में कैमरे लगाए गए थे और उनमें से कई रखरखाव और एकीकरण की कमी के कारण खराब हो गए। मलिक ने कहा कि इन कैमरों को आईटीएमएस के साथ एक साथ किया जाएगा। जिसके लिए राज्य सरकार से मंजूरी मिल गई है।
नागरिक अधिकारियों ने कहा कि आईटीएमएस में शहर भर में 41 चयनित स्थानों पर उपकरण स्थापित करना शामिल है। योजना में शामिल किए जाने वाले कुछ प्रमुख चौराहे हैं, इंदिरापुरम में सीआईएसएफ रोड, यूपी-गेट, इंदिरापुरम में काला पत्थर, राज नगर एक्सटेंशन, इंदिरापुरम में एसआरएस सिनेमा चौराहा, दिल्ली-मेरठ, हिंडन में वायु सेना स्टेशन के पास , सिद्धार्थ विहार, विवेकानंद नगर, साहिबाबाद में सौर उर्जा मार्ग, और साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के पास है।
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