Girish Bapat Death: महाराष्ट्र भाजपा के दिग्गज नेता गिरीश बापट का बुधवार को निधन हो गया। दरअसल, बापट की तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान बापट ने अंतिम सांस ली। गिरीश बापट के निधन की जानकारी पुणे भाजपा अध्यक्ष ने दी। गौर हो कि 73 साल की उम्र में गिरीश बापट का निधन हो गया। निधन के बाद बीजेपी में शोक की लहर है।
BJP MP from Pune City, Girish Bapat has passed away in Deenanath Mangeshkar hospital, says Pune BJP president Jagdish Mulik. https://t.co/MWoiWxjqcL
— ANI (@ANI) March 29, 2023
1973 से राजनीति में थे सक्रिय
गिरीश बापट के निधन के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जताई है। उन्होंने ट्वीट कर अपनी संवेदना व्यक्त की है। बता दें, गिरीश बापट 1973 से राजनीति में सक्रिय थे। पुणे में भारतीय जनता पार्टी के सफल आंदोलन में भी उनकी अहम भूमिका रही थी। गिरीश बापट को पुणे की ताकत के नाम से जाना जाता था। बापट ने पुणे में भाजपा को मजबूत करने के लिए खूब मेहनत की थी।
Saddened by the passing away of Lok Sabha MP from Pune, Shri Girish Bapat. He was known as a grassroots leader who worked assiduously for the well-being of people. He was also at the forefront of several community service efforts. Condolences to his bereaved family. Om Shanti.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) March 29, 2023
2019 में रिकॉर्ड मतों से हासिल की थी जीत
राजनीतिक एक्सपर्ट्स की मानें तो गिरीश बापट ने साल 1973 में ट्रेड यूनियन के जरिए राजनीति में प्रवेश किया था। साल 1983 में उन्हें पुणे नगर निगम का नगर सेवक चुना गया था। वे यहां से लगातार तीन बार पार्षद चुने गए। वहीं, 1983 में हुए कसबा पेठ विधानसभा उपचुनाव में गिरीश बापट को हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कई विभागों में मंत्री पद के रूप में भी काम किया है। साथ ही पुणे के संरक्षक मंत्री के रूप में भी काम किया है। साल 2019 में बापट ने लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतों से चुनाव में जीत हासिल की थी।