UPSRTC: टेक्नोलॉजी के बढ़ने से लोगों को सुविधाएं तो मिली है लेकिन कुछ लोग इन सुविधाओं का इस्तेमाल कर गलत काम कर रहे हैं। मौजूदा समय में साइबर क्राइम के केस दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की काफी जरूरत है। इसी कड़ी में एक बड़ी खबर सामने आई हैं जिसने सभी को चौंका कर रख दिया है क्योंकि साइबर क्राइम के शिकार अब आम लोगों के साथ सरकार भी हो रही है।
सरकार ने लिया बड़ा एक्शन
दरअसल बुधवार को हैकर्स ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की वेबसाइट को हैकर्स ने हैक कर लिया था। हैकर्स ने उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम की हाईटेक व्यवस्था पर सेंध लगा दी जिसके कारण सारी ऑनलाइन सेवाएं ठप हो गई थी। इसी कड़ी में इलेक्ट्रॉनिक बस टिकट बनाने की वेबसाइट को हैक करने के मामले में राज्य सरकार ने एक बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में सरकार ने सबसे पहले यूपी परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार को उनके पद से हटा दिया इसी के साथ उनकी जगह एक IAS एन वेंकटेश्वर को परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया है।
यात्रियों को पैसे मिलेंगे वापस
इस कड़ी में एक्शन लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि, जिन भी यात्रियों में ऑनलाइन के माध्यम से टिकट बुक कराई थी उन्हें पैसे वापस दे दिए जाएंगे। साइबर अटैक की वजह से ऑनलाइन की सारी सुविधाएं बाधित हो गए हैं जिसकी वजह से अब मैनुअली काम किया जा रहा है। ऐसे में जिस भी यात्री को टिकट लेनी है वह ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन ही टिकट काउंटर पर जाकर अपनी टिकट ले सकते हैं। इसी के साथ इस वेबसाइट का प्रबंधन करने वाली कंपनी मैसर्स ओरियन की स्पेशलिस्ट दिन पुराना डाटा रिकवर करने में जुटी हुई है।
हैकर्स की मांग
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम जी ई टिकट बुकिंग वेबसाइट को हैक करने के बाद हैकर्स ने 40 करोड़ बिटकॉइन की मांग की थी। इसी के साथ उन्होंने 2 दिन के भीतर इसे देने की मांग की थी और कहा गया था कि, अगर 2 दिन के भीतर उनकी डिमांड पूरी नहीं कोई तो यह रकम डबल हो जाएगी आईटी जीएम यजुवेंद्र सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी।
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