Ashok Tanwar: ‘उसी को जीने का हक़ है जो इस ज़माने में, इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए।’ वसीम बरेलवी साहब का ये शेर हरियाणा की वर्तमान राजनीति को परिभाषित करता नजर आ रहा है। दरअसल बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता रहे अशोक तंवर (Ashok Tanwar) ने पार्टी को करारा झटका देते हुए चुनाव से ठीक पहले Congress का दामन थाम लिया है। अशोक तंवर की कांग्रेस वापसी के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी मंच पर मौजूद रहे।
अशोक तंवर द्वारा बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने के बाद हरियाणा में सियासी पारा तेजी से चढ़ता नजर आ रहा है। अशोक तंवर दलित समुदाय से आते हैं। दलित समुदाय से जुड़े इस नेता की जमीनी पैठ मानी जाती है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अशोक तंवर का ये कदम हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election 2024) पर प्रभाव डाल सकेगा?
Ashok Tanwar ने BJP को दिया करारा झटका
वरिष्ठ नेता और सिरसा लोकसभा सीट से सांसद रहे अशोक तंवर (Ashok Tanwar) ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले BJP को करारा झटका दे दिया है। दरअसल अशोक तंवर ने अचानक बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया जिसको लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं। अशोक तंवर की कांग्रेस वापसी के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत अन्य तमाम वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद रहे।
Ashok Tanwar का सियासी कद
हरियाणा की राजनीति में अशोक तंवर (Ashok Tanwar) का सियासी कद बेहद अहम है। उनकी राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से ही हुई। वो इससे पहले हरियाणा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। हालाकि पार्टी में उपजी आंतरिक कलह के कारण उन्होंने वर्ष 2019 में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पहले AAP और फिर 2022 में बीजेपी (BJP) की सदस्यता ले ली थी। अशोक तंवर संगठन के माहिर खिलाड़ी हैं और यही वजह है उनकी वापसी को कांग्रेस (Congress) के बड़ा लाभ तो बीजेपी के बड़ा झटका बताया जा रहा है।
घंटे भर पहले किया था BJP का प्रचार
अशोक तंवर ने कांग्रेस (Congress) की सदस्यता लेने से घंटे भर पहले ही BJP उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लोगों से नालवा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी को समर्थन देने की अपील की थी। हालाकि इसके ठीक बाद वे (Ashok Tanwar) कांग्रेस की जनसभा में पहुंचे और उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
क्या Haryana Assembly Election 2024 पर पड़ेगा प्रभाव?
अशोक तंवर के कांग्रेस में वापसी करने को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोगों के ज़हन में आ रहा है कि क्या अशोक तंवर (Ashok Tanwar) चुनाव में अपना प्रभाव डाल पाएंगे। बता दें कि बीजेपी, कांग्रेस की दलित नेत्री कुमारी शैलजा की अवहेलना को लेकर पार्टी पर खूब हमलावर रही है। कांग्रेस पर दलितों की अनदेखी के आरोप भी लगाए गए। हालाकि अब चुनाव से ठीक पहले अशोक तंवर के कांग्रेस में आने से इन आरोपों को तोड़ तैयार कर लिया गया है। दावा किया जा रहा है कि अशोक तंवर के कांग्रेस में आने से दलित समुदाय कांग्रेस की ओर और तेजी से आकर्षित हो सकेगा जिससे चुनावी संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं।