Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का दौर संपन्न हो चुका है। चुनाव आयोग (Election Commission of India) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य में 5 अक्टूबर को हुए मतदान के दौरान रात 11:45 तक 65.65 फीसदी मतदान हुआ है। मतदान के इस आंकड़े ने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव 2024 का रिकॉर्ड तोड़ा जिसमें 64.8 फीसदी वोटिंग हुई थी। हरियाणा में मतदान (Haryana Assembly Election 2024) का दौर समाप्त होने के बाद एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलने का अनुमान जताया गया है। ज्यादातर एग्जिट पोल ने कांग्रेस (Congress) को हरियाणा (Haryana) में 90 विधानसभा सीटों में से 50 से ज्यादा सीट मिलने के आसार जताए हैं।
ऐसे में एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है और अब दौर शुरू हो चुका है घमासान का। घमासान का आशय सियासी जंग से है जिसके तहत कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर संग्राम जारी है। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि मतगणना (8अक्टूबर) से पहले हरियाणा कांग्रेस के तीन दिग्गज भूपिंदर सिंह हुड्डा (Bhupinder Hooda), कुमारी सैलजा (Kumari Selja) और रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) का अगला कदम क्या है?
Haryana Assembly Election 2024 के दौरान Congress में तनातनी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे प्रचार-प्रसार के दौरान कांग्रेस में खूब तनातनी देखने को मिली थी। एंटी इनकंबेंसी के बीच चले चुनावी प्रचार-प्रसार मे कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने भूपिंदर सिंह हुड्डा को लगभग फ्री हैंड दे रखा था। इसके पीछे कई सारी संभावनाएं व्यक्त की गईं। हालाकि भूपिंदर हुड्डा के बढ़ते दखल से कुमारी शैलजा नाखुश नज़र आई थीं और उन्होंने बीच चुनाव (Haryana Assembly Election 2024) में खुद को प्रचार-प्रसार से दूर रखा।
दावा किया गया कि सैलजा समर्थकों के बजाय कांग्रेस ने 90 में से 70 से ज्यादा सीटों में हुड्डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया। वहीं रणदीप सुरजेवाला को भी मायूसी हाथ लगी और पार्टी ने उनके बेटे आदित्य सुरजेवाला को कैथल से उम्मीदवार बनाने के अलावा अन्य किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया। शायद इसी वजह से रणदीप सुरजेवाला ने भी खुद को जाट लैंड, अहिरवाल और कुछ अन्य इलाकों से दूर रखा। ऐसे में जब एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती नजर आ रही है तो कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर तनातनी का दौर फिर शुरू हो गया है।
Bhupinder Singh Hooda का अगला कदम क्या?
हरियाणा विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाने के बाद और मतगणना से ठीक पहले भूपिंदर सिंह हुड्डा सधा हुआ कदम आगे बढ़ा रहे हैं। चुनावी दौर में फ्री हैंड के साथ प्रचार-प्रसार में जुटे हुड्डा अब कांग्रेस आलाकमान को साधने में जुटे हैं। दावा किया जा रहा है कि भूपिंदर हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda), कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया, वरिष्ठ नेता अजय माकन और अन्य कुछ शीर्ष नेताओं को साधकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं। हालाकि देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी परिणाम में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलती हैं और यदि कांग्रेस बहुमत प्राप्त करता है तो क्या हुड्डा को आलाकमान एक बार फिर हरियाणा की कमान देता है या नहीं?
Haryana Assembly Election 2024 में Kumari Selja को मिला आलाकमान का साथ!
हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और सिरसा से लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा भी मुख्यमंत्री पद को लेकर बेहद गंभीर हैं। यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो सैलजा (Kumari Selja) किसी भी कीमत पर हुड्डा के लिए मैदान खुला नहीं छोड़ेंगी। इसके संकेत उन्होंने पहले भी दे दिए हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री (CM) पद का चेहरा पार्टी आलाकमान ही तय करेगा। बता दें कि कुमारी सैलजा चुनावी प्रचार के दौरान सीमित सीटों को ही साध सकीं।
टिकट के ऐलान के बाद उन्होंने इशारों-इशारों में ही अपनी नाराजगी ज़ाहिर करते हुए खुद को प्रचार से दूर रखा। हालाकि फिर आलाकमान के दखल के बाद वो चुनावी प्रचार में लौटी और कांग्रेस (Congress) समर्थित उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे। दावा किया जा रहा है कि कुमारी सैलजा को भी आलाकमान का समर्थन प्राप्त है और ऐसे में यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो उनके नाम पर भी विचार होने की पूरी संभावना है।
मतगणना से पहले Randeep Singh Surjewala का अगला कदम?
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर छिड़े सियासी जंग का एक चेहरा रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) भी हैं। पार्टी हाईकमान के विश्वासपात्र सुरजेवाला की टिकट वितरण में बहुत ज्यादा नहीं चली। उनके एक समर्थक को नरवाना और उनके बेटे आदित्य सुरजेवाला को कैथल से उम्मीदवार बनाया गया था। हालाकि फिर भी सुरजेवाला मैदान छोड़ने के बजाय टक्कर देने की तैयारी में है। रणदीप सुरजेवाला ने मतदान के ठीक बाद और मतगणना से पहले बाबा केदारनाथ धाम पहुंचकर दर्शन-पूजन किए हैं। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि यदि कांग्रेस (Congress) हरियाणा की सत्ता में आती है तो रणदीप सुरजेवाला को कुछ अहम जिम्मेदारी मिलती है या नहीं?