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Haryana Assembly Election 2024 को लेकर बड़ा फैसला! सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द करने का आदेश जारी; पढ़ें रिपोर्ट

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।

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Haryana Assembly Election 2024
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर चुनाव आयोग की ओर से सभी तरह के आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं। चुनावी इंतजाम व आवश्यकताओं को देखते हुए पुलिस भी मुश्तैदी से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है और आज इसी क्रम में लॉ एंड ऑर्डर के आईजीपी संजय सिंह ने बड़ा आदेश जारी किया है।

संजय सिंह ने चुनावी माहौल को देखते हुए हरियाणा पुलिस के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। आईजीपी की ओर से जारी की गई नोटिफिकेशन की मानें तो पुलिसकर्मियों को विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाने तक सिर्फ आपात की स्थिति में ही छुट्टियां मिल सकेंगी। (Haryana Assembly Election 2024)

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक भारतीय चुनाव आयोग से हरियाणा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की 225 कंपनियां मांगी गई हैं जिसमें से 70 कंपनियां राज्य में पहुंच चुकी है। जबकि शेष बचे सुरक्षा बल के जवानों को जम्मू-कश्मीर में दो चरण का मतदान समाप्त होने के बाद भेजे जाने की बात कही जा रही है। बता दें कि सुरक्षा के लिए तैनात किए जा रहे जवान मतदान केन्द्रों की निगरानी रखने के साथ मतदाताओं के बीच सुरक्षित माहौल का भाव भी पैदा करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

5 अकटूबर को होना है मतदान

चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई शेड्यूल के तहत हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के तहत मतदान होना है। इस एक चरण में ही राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर लोग अपने-अपने जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करेंगे और उनका भविष्य मतपेटिका में कैद हो जाएगा। इसके बाद 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के साथ ही हरियाणा विधानसभा चुनाव में हुए मतदान की गणनी और जनमत सबके समक्ष आ सकेगा।

क्या लगेगी भाजपा की हैट्रिक?

हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी कर अपना प्रभुत्व बरकरार रखना चाहती है। हालाकि बीजेपी के समक्ष कांग्रेस मजबूत प्रतिद्वंदी के रूप में खड़ी है और उनके रास्ते को रोक खुद मंजिल तक पहुंचने को बेताब है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आगामी 8 अक्टूबर को सत्ता का ताज किस पार्टी के सिर सजता है और कौन अगले पांच वर्षों के लिए सूबे की कमान संभालता है।

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