Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं और इसे हॉट सीट की संज्ञा भी दे दी गई है। इसकी खास वजह है जुलाना विधानसभा क्षेत्र से विनेश फोगाट का चुनाव लड़ना। ओलंपियन विनेश फोगाट ने बीते दिनों कुश्ती से सन्यास का ऐलान कर कांग्रेस के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें जुलाना विधानसभा क्षेत्र से अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया। (Haryana Assembly Election 2024)
सवाल ये है कि क्या Vinesh Phogat की नैया पार होगी? ऐसे में आइए हम आपको जुलाना विधानसभा सीट के सियासी समीकरण के बारे में बताने की कोशिश करते हैं और साथ ही ये भी बताते हैं कि यहां कांग्रेस को आखिरी बार जीत कब मिली थी।
क्या पार होगी Vinesh Phogat की नैया?
कुश्ती छोड़ सियासी पारी की शुरुआत कर चुकीं विनेश फोगाट को कांग्रेस ने जुलाना विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। विनेश ने आज अपना नामांकन भी कर दिया है। हालाकि इन सबसे इतर एक सवाल लोगों के मन में है कि क्या Vinesh Phogat की नैया जुलाना में पार हो सकेगी? ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि क्योंकि कांग्रेस को जुलाना विधानसभा सीट पर आखिरी बार 2005 के चुनाव में जीत मिली थी जब पार्टी के उम्मीदवार शेर सिंह ने जीत दर्ज की थी और दूसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार परमिंदर सिंह ढुल रहे थे।
वर्ष 2005 के बाद से कांग्रेस जुलाना से जीत दर्ज कर पाने में सफल नहीं हो सकी है। चुनाव आयोग की साइट पर दर्ज जानकारी के मुताबिक वर्ष 2000 और 2005 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार शेर सिंह ने इस सीट से जीत दर्ज की थी। वहीं 2009 और 2014 विधानसभा चुनाव में जुलाना से INLD प्रत्याशी परमिंदर सिंह ढुल ने तो 2019 में जननायक जनता पार्टी के नेता अमरजीत ढांडा ने इस सीट पर विजय ध्वज लहराया था। ऐसे में जुलाना सीट पर जीत दर्ज करना विनेश फोगाट के लिए बड़ी चुनौती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि विनेश फोगाट इस चुनौती से कैसे पार पाती हैं।
जुलाना विधानसभा सीट का जातीय समीकरण
जुलाना विधानसभा सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां 45 फीसदी से ज्यादा जाट आबादी है। विनेश की बात करें तो वो खुद भी जाट समुदाय से आती हैं और शायद यही वजह है कि उन्हें जाटलैंड में शुमार जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया। वहीं जुलाना का बख्ता खेड़ा गांव उनके पति सोमवीर राठी का पैतृक गांव है और इस लिहाज से उनका ससुराल भी हुआ। दावा किया जा रहा है कि ये सभी समीकरण विनेश फोगाट के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं और उनकी नैया पार हो सकती है।