Tuesday, November 19, 2024
Homeदेश & राज्यHaryana News: क्या इन वजहों से सरकारी केन्द्रों पर घटी गेहूं की...

Haryana News: क्या इन वजहों से सरकारी केन्द्रों पर घटी गेहूं की खरीदारी? जानें डिटेल

Date:

Related stories

BJP शीर्ष नेतृत्व ने Nayab Singh Saini को सौंपी हरियाणा की कमान, क्या भविष्य में सरकार संचालन होगा आसान?

Nayab Singh Saini: हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) के नतीजों की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए घमासान का दौर जारी थी। हालाकि अब सब कुछ स्पष्ट हो चुका है।

Haryana News: Nayab Saini के नाम पर कहां फंसा पेंच? हरियाणा में मुख्यमंत्री चुनने से पहले BJP के सामने क्या हैं चुनौतियां?

Haryana News: राजनीति संभावनाओं का खेल है और यहां कब क्या हो जाए इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल होता है। इस कथन का सरल उदाहरण है हरियाणा का विधानसभा चुनाव।

Haryana News: 17 अक्टूबर से होगा ‘सैनी 2.0’ का आगाज, BJP ने Dussehra के अवसर पर राज्य वासियों को दी अहम जानकारी

Haryana News: देश के विभिन्न हिस्सों में आज विजयादशमी यानी दशहरा पर्व की धूम है। इस दौरान लोग एक-दूसरे को बधाई-शुभकामना दे रहे हैं और अपने-अपने तौर-तरीकों से असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माने जाने वाले दशहरा (Dussehra 2024) पर्व को मना रहे हैं।

हरियाणा में एंटी इनकम्बेंसी को नहीं भुना सकी Congress, आंतरिक कलह या नकारात्मक प्रचार; जानें हार के प्रमुख कारण?

Haryana Election Results 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम आ चुके हैं। राज्य की वर्तमान सत्तारुढ़ दल BJP ने सभी एग्जिट पोल और दावों को चित्त करते हुए लगातार तीसरी बार सरकार (Haryana Election Results 2024) में वापसी कर ली है।

Haryana News: रबी फसलों की श्रेणी में आने वाले गेहूं के उत्पादन व इसकी खरीद को लेकर इन दिनों खूब खबरें बन रही हैं। इसी क्रम में हरियाणा से भी एक चिंताजनक खबर सामने आई है। दरअसल हरियाणा की सरकारी खरीद केन्द्रों पर गेहूं की खरीद घट गई है जिसको लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।

बता दें कि इस सत्र में हरियाणा के विभिन्न मंडियों में गेहूं खरीद का लक्ष्य 80 लाख टन रखा गया था। हालाकि अभी तक सिर्फ 69.66 लाख टन गेहूं ही खरीद केन्द्रों तक पहुंचा है। दावा किया जा रहा है कि पिछले वर्ष गेहूं के दाम में खूब उछाल देखने को मिले थे। इसी कारण सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं की आवक कम हो गई है।

सरकारी केन्द्रों पर कम हुई गेहूं की खरीद

गेहूं उत्पादन के क्षेत्र में हरियाणा का एक प्रमुख स्थान माना जाता है। हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में किसान गेहूं की बुआई कर इससे खूब लाभ भी कमाते हैं। इस वर्ष भी हरियाणा में गेहूं की ठीक-ठाक उपज रही और आंकड़ों के मुताबिक पूरे राज्य में में 112 लाख टन गेहूं का पैदावार हुआ है।

हालाकि सरकारी गेहूं क्रय केन्द्रों पर गेहूं की खरीदारी जरुर कम हो गई है। बता दें कि आज मंडियों में गेहूं खरीद का अंतिम दिन है और अब तक सिर्फ 69.66 लाख टन गेहूं की खरीद हो सकी है। सरकारी केन्द्रों पर पहुंची गेहूं की खेप तय किए गए लक्ष्य (80 लाख टन) से लगभग 10 लाख टन कम है। ऐसे में इसको लेकर मंथन किया जा रहा है और किसानों से गेहूं की खेप को सरकारी क्रय केन्द्रों तक भेजने की अपील की जा रही है।

क्या इस वजह से कम हुई खरीदारी?

हरियाणा के सरकारी गेहूं क्रय केन्द्रों पर गेहूं की मात्रा में कमी होने को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पिछले वर्ष के आखिरी तक जाते-जाते गेहूं के दाम खूब उछले थे। ऐसे में स्टाकिस्टों के साथ ही मिल संचालको ने ज्यादा रकम देकर किसानों से गेहूं खरीद लिए थे जबकि सरकारी केन्द्रों पर गेहूं तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के हिसाब से ही खरीदा जाता है। यही वजह है कि किसान सरकारी गेहूं क्रय केन्द्रों तक कम पहुंच रहे हैं और गेहूं की खरीद में कमी दर्ज की गई है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories