Himachal Cloud Burst: 1 अगस्त को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने से तबाही मच गई है। अभी तक 23 लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में 15 लोगों की वहीं हिमाचल प्रदेश में 8 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों के लापता होने की भी खबर है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की तरफ से लगातार राहत और बचाव का कार्य जारी है। वहीं भारतीय सेना ने एक अस्थायी पुल बनाया क्योंकि रामपुर के समेज में बचाव और बहाली का काम चल रहा है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मची भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश में आए भूस्खलन से जान और माल दोनों का ही भयंकर नुकसान हुआ है। मालूम हो कि अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 47 से अधिक लोगों अभी भी लापता है। इसके अलावा राज्य में भारी बारिश के बाद कुल 115 सड़कें – मंडी में 46, कुल्लू में 38, शिमला में 15, कांगड़ा और सिरमौर में छह-छह, किन्नौर में तीन और लाहौल और स्पीति में एक वाहन यातायात के लिए पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है।
47 लोग अभी भी लापता
हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव डीसी राणा ने बताया कि कल की घटना से मुख्य रूप से रामपुर का समेज क्षेत्र, कुल्लू का बागीपुल क्षेत्र और मंडी जिले का पद्दार क्षेत्र प्रभावित हुआ, ये तीन स्थान बादल फटने का केंद्र थे।
उन्होंने आगे कहा कि लगभग 47 लोग लापता हैं। मारी विशेष एजेंसियां मौके पर हैं और वे उन लोगों की तलाश कर रहे हैं जिनका पता नहीं चल पाया है।
उत्तराखंड में भूस्खलन से मची भारी तबाही
मालूम हो कि उत्तराखंड में बादल फटने से अभी तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा अब तक 7234 तीर्थयात्रियों को केदारनाथ के रास्ते से बचाया गया है। इसके अलावा केदारनाथ यात्रा को भी एतिहातन बंद कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार फंसे हुए तीर्थयात्रियों को भोजन और पानी की आपूर्ति की गई है, जो केदारनाथ, भीमबली और गौरीकुंड चौकियों में राहत शिविरों में सुरक्षित रूप से शरण लिए हुए हैं। इसके अलावा मौसम विभाग की तरफ से उत्तराखंड के कई जिलें जैसे चमोली बागेश्वर नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर में आज यानि शनिवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।