Himachal News: कहते हैं भारत की विविधता ही इसकी पहचान है। ये विविधता जितना ज्यादा होगी इसकी खूबसूरती उतनी ही निखरेगी। ऐसे में देखा जाता है कि देश के विभिन्न कोने में लोग अपने-अपने पसंद के भोज्य पदार्थ का सेवन करते हैं। इसे वो अपने सुविधा और सहूलियत के हिसाब से खाते हैं और फिर इसकी तारिफ या इसके संबंध में अन्य बाते करते हैं। हालाकि इसको लेकर कभी-कभी चर्चाए भी होने लगती हैं। कोई मांसाहार को हानिकारक बताने लगता है तो कोई इसके फायदे बताते नहीं थकता। अब इस संबंध में हिमाचल (Himachal Pradesh) के मंडी जिले में कमांद स्थित आईआईटी संस्थान (IIT Mandi) के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा का बयान सामने आया है।
प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा है कि हिमाचल (Himachal Pradesh) के लोग मांसाहार का सेवन करते हैं इसलिए यहां प्राकृतिक आपदा आई है। अब प्रो. बेहरा के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चाए चल रही हैं।
ये है मामला
बता दें कि मामला हिमाचल के मंडी जिले में कमांद स्थित आईआईटी संस्थान के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा के बयान से जुड़ा है। प्रो. बेहरा ने आईआईटी में छात्रों को संबोधित करते हुए ये कह दिया कि हिमाचल के लोग मांसाहार का सेवन करते हैं इसलिए यहां प्राकृतिक आपदा आई है। अब इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं शुरू हो गई। लोग अपनी-अपनी तर्क के हिसाब से प्रो. बेहरा के इस बयान को जस्टिफाई कर रहे हैं।
मांसाहार को लेकर ये बोल गए प्रोफेसर
बता दें कि आईआईटी में छात्रों को संबोधित करने के दौरान प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने लोगों से मांसाहार न खाने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक अच्छा इंसान बनने के लिए लोगों को मांसाहार का त्याग करना चाहिए। उन्होंने इस दौरान कहा कि जानवरों पर हो रहे क्रूरता के वजह से ही आज हिमाचल में प्राकृतिक आपदा देखने को मिलती है। इसके अतिरिक्त प्रो. बेहरा अपने इस संबोधन के दौरान बच्चों को मांसाहार न खाने का शपथ दिलाते भी देखे गए। उन्होंने ये भी कहा कि मासूम जानवरों का शिकार करना भी प्रकृति से खिलवाड़ करने की श्रेणा में आता है। हालाकि इस संबंध में आईआईटी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है साथ ही इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकी है कि वीडियो कब का है।
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