Friday, November 22, 2024
Homeदेश & राज्यIndia-Canada Row: भारत सरकार के अल्टीमेटम के बाद ट्रुडो सरकार ने पीछे...

India-Canada Row: भारत सरकार के अल्टीमेटम के बाद ट्रुडो सरकार ने पीछे खींचे कदम, कनाडा का वीजा हासिल करना होगा अब मुश्किल!

Date:

Related stories

India-Canada Row: भारत की बढ़ती साख! Temple Violence मामले में Justin Trudeau का बदला रूख; खालिस्तानी उग्रवादी गिरफ्तार

India-Canada Row: भारत-कनाडा तनाव (India-Canada Row) के बीच पीएम जस्टिन ट्रूडो का रवैया तेजी से बदलता नजर आ रहा है। इसे वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

Justin Trudeau का बड़ा कबूलनामा! खालिस्तानियों की मौजूदगी पर भरी हामी; क्या Donald Trump की जीत के बाद पड़ेगा असर?

India-Canada Row: भारत-कनाडा (India-Canada Row) के बीच जारी तनाव के दौर में ही कनाडाई पीएम ने बड़ा कबूलनामा किया है। जस्टिन ट्रूडो ने पार्लियामेंट हिल में एक संबोधन के दौरान कनाडा (Canada) में खालिस्तान समर्थकों की मौजूदगी को स्वीकारा है।

Canada की बौखलाहट! S Jaishankar के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ऑस्ट्रेलियाई चैनल को किया बैन; भारत ने दर्ज कराई आपत्ति

India-Canada Row: भारत के प्रति कनाडा का रूख दिन-प्रतिदिन बदलता नजर आ रहा है। कनाडा ने आज बौखलाहट के साथ एक ऑस्ट्रेलियाई चैनल को बैन किया है जिसके बाद ट्रूडो सरकार लगातार सवालों के घेरे में खड़ी होती नजर आ रही है।

‘धर्म की राजनीति करना..!’ Canada में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की निंदा कर CM Bhagwant Mann ने कही बड़ी बात; जानें डिटेल

Canada Temple Violence: कनाडा के ब्रैम्पटन (Brampton) शहर में हिंदू सभा मंदिर परिसर में पहुंचे हिंदुओं पर बीते दिन हमला हुा था। इसको लेकर खूब सुर्खियां बनीं। लोगों ने हमलावरों के हिंसक कृत्य की खूब आलोचना भी की।

‘Canada बनेगा Pakistan!’ Brampton में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर ये क्या बोल रही पाकिस्तानी आवाम? वीडियो हैरान करेगा

Pakistani People on Canada Temple Attack: कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में हिंदू सभा मंदिर पर हुई हमले की गूंज देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पहुंच रही है। भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) भी हिंदू सभा मंदिर पर हुए खालिस्तानी हमले (Khalistan Attack) को लेकर चर्चा जारी है।

India-Canada Row: कनाडा ने भारत में मौजूद अपने 41 राजनयिकों को वापस अपने यहां बुला लिया है। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाने के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था। कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने स्थानीय समय के मुताबिक गुरुवार (19 अक्टूबर) को राजनयिकों को बुलाने की जानकारी दी। उन्होंने ये भी कहा कि कनाडा जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा।

‘भारत ने किया विएना कन्वेंशन का उल्लंघन

दरअसल, कनाडाई विदेश मंत्री के जवाबी कार्रवाई से मतलब भारतीय राजनयिकों को भी देश छोड़ने का आदेश देने से है। विदेश मंत्री जोली ने कहा कि भारत ने राजनयिकों को शुक्रवार तक देश छोड़ने का आदेश दिया था। उन्हें कहा गया था कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनकी राजनयिक ओहदे को रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत का ये कदम अनुचित है और राजनयिक संबंधों को लेकर बनाए गए वियना कन्वेंशन का साफ तौर पर उल्लंघन है।

पेश आ सकती हैं वीजा संबंधी मुश्किलें

कनाडा के राजनयिकों के देश छोड़ने के बाद कनाडा का लोगों को वीजा संबंधी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि इसके चलते चंडीगढ़, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों से कनाडा के लिए वीजा सेवाएं बंद हो गई हैं, यानि अब इन शहरों से कनाडा जाने के लिए लोगों के दिल्ली आना होगा।

क्या है निज्जार हत्या विवाद?

दरअसल, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की इस साल जून में सर्रे शहर में एक गुरुद्वारे में हत्या कर दी गई। इस हत्या के बाद कनाडा में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों ने कनाडाई सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि इस हत्या में भारत का हाथ है। इसके बाद सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संसद में आकर निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया। साथ ही ओटावा में मौजूद भारत के टॉप राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दिया।

62 में 41 डिप्लोमेट्स ने भारत छोड़ा

भारत ने ट्रूडो के दावे को खारिज करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया। इसके बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कनाडाई राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दिया। यहीं से भारत-कनाडा के बीच रिश्तों के बिगड़ने की शुरुआत हुई। इसके बाद अक्टूबर के पहले हफ्ते में खबर आई कि भारत ने नई दिल्ली में मौजूद कनाडा के 41 राजनयिकों को कहा है कि वह देश छोड़कर चले जाएं। भारत में कनाडा के कुल मिलाकर 62 राजनयिक हैं।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Latest stories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here