India-China Relations: सोशल मीडिया पर BRICS Summit को लेकर सुर्खियां बननी शुरू हो चुकी हैं। 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन रूस (Russia) के कजान शहर में 22 अक्टूबर से शुरू होगा और 24 अक्टूबर को इसका समापन होगा। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष पहुंचने वाले हैं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम मोदी (PM Modi) के रूस यात्रा (Russia Visit) से पहले भारत-चीन संबंध (India-China Relations) के बीच एक नई शुरुआत हुई है।
जानकारी के मुताबिक भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पेट्रोलिंग को लेकर सहमति बन गई है। यह समझौता देपसांग और डेमचोक (Depsang & Demchok) इलाकों में पेट्रोलिंग से संबंधित है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही देपसांग और डेमचोक से दोनों देश अपने सैनिकों को पीछे हटाना शुरू कर देंगे। पीएम मोदी के रूस यात्रा से ठीक पहले भारत-चीन (India-China) के संबंध में इस नई शुरुआत से सवाल उठ रहे हैं क्या रूस में भारतीय पीएम और Xi Jinping के बीच मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता होगी?
India-China Relations- PM Modi के Russia यात्रा से पहले LAC पर नई सहमति
पीएम मोदी (PM Modi) आगामी कल यानी 22 अक्टूबर को 16वें BRICS Summit में हिस्सा लेने के लिए रूस (Russia) के कजान शहर जाने वाले हैं। पीएम मोदी की इस यात्रा से पहले ही भारत-चीन संबंध (India-China Relations) के बीच एक नई शुरुआत हुई है।
जानकारी के मुताबिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जल्द ही देपसांग और डेमचोक (Depsang & Demchok) से दोनों देश अपने सैनिकों को पीछे हटाना शुरू कर देंगे। दावा किया जा रहा है कि इस कदम से एलएसी पर तनाव कम हो सकेगा और दोनों देशों के बीच संबंध को नई दिशा मिल सकेगी।
BRICS Summit में क्या Xi Jinping से मिलेंगे PM Modi?
22 अक्टूबर को 16वें BRICS Summit में हिस्सा लेने के लिए रूस (Russia) जाने वाले पीएम मोदी (PM Modi) के यात्रा से पहले चीनी राष्ट्रपति Xi Jinping से उनकी मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता के आसार जताए जा रहे हैं। इस संभावना पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Mistry) का कहना है कि “पिछले कई दिनों से भारत और चीन के बीच राजनयिक और सैन्य वार्ता हो रही है। इसी क्रम में आज चीन के साथ LAC के मुद्दों पर समझौता हुआ है।”
विक्रम मिस्त्री ने स्पष्ट किया है कि “फिलहाल सैनिकों की वापसी और स्थिति के समाधान के लिए पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। द्विपक्षीय वार्ता के मुद्दे पर हम समय और व्यस्तताओं के अनुरूप काम कर रहे हैं।” ऐसे में देखना होगा कि क्या 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और चीनी राष्ट्राध्यक्षों के बीच द्विपक्षीय वार्ता संभव होती है या नहीं?