Indira Gandhi Jayanti: पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी और भारत की एकमात्र महिला पीएम रहीं इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की आज जयंती है। इंदिरा गांधी की जयंती (Indira Gandhi Jayanti) पर उनकी गूंगी गुड़िया से आयरन लेडी (Iron Lady) तक का सफर भी लोगों के लिए बेहद रोचक हो जाता है।
आज के खास दिन पर देश-दुनिया के उन तमाम महिला राष्ट्राध्यक्षों की बात अमूमन हो ही जाती है जिन्होंने अपनी काबिलियत के बल पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। इसमें मार्गरेट थैचर (Margaret Thatcher), प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, सिरिमावो भंडारनायके समेत कुछ अन्य महिला राष्ट्राध्यक्ष का नाम शामिल है। ऐसे में आइए हम आपको उन 5 महिला राष्ट्राध्यक्षों के बारे में बताने की कोशिश करते हैं जिनका नाम इतिहास के पन्नों में अमर है।
Indira Gandhi Jayanti: गूंगी गुड़िया से लेकर आयरन लेडी तक का सफर!
सियासत में जिनकी दिलचस्पी हो वे ‘गूंगी गुड़िया’ प्रकरण के बारे में अवश्य जानेते होंगे। ये वो उपाधि है जो पूर्व पीएम मोरारजी देसाई ने इंदिरा गांधी को दी थी। हालांकि सभी संभावनाओं को पार पाते हुए और राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को मात देते हुए इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने में कामयाब हो पाई थीं।
इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के जीवन की शुरुआत प्रयागराज से हुई। 19 नवंबर, 1917 को प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) में जन्मी इंदिरा की परवरिश उनकी मां (कमला नेहरू) और पिता (जवाहरलाल नेहरू) द्वारा किया गया। भारत के आजाद होने के बाद पंडित नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने। इसके बाद इंदिरा गांधी संगठन के सहारे राजनीति में सक्रिय हुईं। धीरे-धीरे संगठन के भीतर इंदिरा गांधी की पैठ बनती गई।
पंडित नेहरू की मौत (27 मई 1964) के बाद उनके विरासत को लेकर जंग छिड़ी है। हालांकि, कुछ दिनों तक रस्सा-कस्सी के बाद लाल बहादुर शास्त्री को देश की कमान सौंपी गई। लाल बहादुर शास्त्री की मौत भी जनवरी 1966 में हुई जिसके बाद कांग्रेस के संसदीय नेतृत्व ने इंदिरा गांधी को अपना नेता चुना और वो प्रधानमंत्री बनीं। अपने कार्यकाल 1966-77 और 1980-84 में इंदिरा ने कई कड़े फैसले लिए जिसके कारण उन्होंने आयरन लेडी (Iron Lady) कहा गया।
Indira Gandhi के साथ Margaret Thatcher का जिक्र!
दुनिया की ताकतवर महिला राष्ट्राध्यक्षों में इंदिरा गांधी के साथ यूके की पीएम रही मार्गरेट थैचर (Margaret Thatcher) का नाम भी सुमार है। मार्गरेट थैचर कंजर्वेटिव पार्टी की उभरती नेत्री के रूप में सामने आईं और 1979 में यूके (United Kingdom) की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी। मार्गरेट थैचर का कार्यकाल 11 वर्षों का रहा था और इस दौरान उन्होंने साम्यवाद के खिलाफ़ कड़ा रुख अपनाते हुए मुक्त बाजार नीतियों को बढ़ावा दिया। मार्गरेट थैचर का नाम पश्चिमी देशों के सफल राष्ट्राध्यक्षों में लिया जाता है।
दुनिया की प्रथम महिला प्रधानमंत्री Sirimavo Bandaranaike
इंदिरा गांधी (आयरन लेडी) जब भारत में उभर रही थीं तब पड़ोसी देश श्रीलंका की राजनीति में तेजी से उथल-पुथल देखने को मिल रहा था। 1960 का दशक श्रीलंका की सियासत के लिए अहम था। दरअसल, इसी दौर में द्वारा प्रधानमंत्री सोलोमन भंडारनायके की हत्या हुई थी। इस हत्या के बाद उनकी पत्नी सिरीमावो बंडरानाइक (Sirimavo Bandaranaike) नई नेत्री के तौर पर सामने आईं। उन्होंने फ्रीडम पार्टी का नेतृत्व करते हुए दुनिया के पहले महिला पीएम (1960-65) के रूप में शपथ लेने का काम किया। इंदिरा गांधी की तरह की सिरीमावो बंडरानाइक का कार्यकाल भी श्रीलंका के लिए एक नजीर के समान पेश किया जाता है।
Golda Meir ने संभाली थी Israel की कमान
इजरायल की पूर्व पीएम गोल्डा मेयर (Golda Meir) के कार्यकाल के दौरान इंदिरा गांधी ने भारत की कमान संभाल की थी। सन 1969 में इजरायल की चौथी प्रधानमंत्री के रूप शपथ लेने वाली गोल्डा मेयर के प्रयासों से इजरायल और अरब राज्यों के बीच योम किप्पुर युद्ध रुके थे। मेयर ने स्वास्थ्य कारणों से 1974 में इस्तीफा दे दिया जिसके चार साल बाद उनकी मौत हो गई।
सफल महिला राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर Angela Merkel का जिक्र
सफल महिला राष्ट्राध्यक्ष का जिक्र हो और जर्मनी की चांसलर रही एंजेला मर्केल (Angela Merkel) का नाम न लिया जाए भला ये कैसे संभव है। एजेंला मार्केल सभी चुनौतियों से पार पाते हुए वर्ष 2005 में पहली बार जर्मनी की चांसलर बनी। इसके बाद मार्केल के हिस्से उपलब्धियां आती रहीं। उन्होंने 2021 तक जर्मनी पर शासन किया। एजेंला मार्केल के बाद जर्मनी की कमान अब सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के ओलाफ स्कोल्ज़ (Olaf Scholz) के हाथों में है। हालांकि, स्कोल्ज़ से इतर एजेंला मार्केल के कार्यकाल को जर्मनी के लिए सुनहरे दौर के रूप में देखा जाता है।
Indira Gandhi Jayanti पर PM Modi, Rahul Gandhi समेत कई दिग्गजों ने दी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज इंदिरा गांधी जयंती (Indira Gandhi Jayanti) के अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया जारी की है। पीएम मोदी के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “हमारी पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि।”
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इंदिरा गांधी जयंती के अवसर पर पोस्ट जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के साथ अपने बचपन की तस्वीर पोस्ट कर लिखा है कि “दादी हिम्मत और मोहब्बत दोनों की मिसाल थीं। उन्हीं से मैंने सीखा है कि निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलते रहना असली ताकत है। उनकी यादें मेरी शक्ति हैं, जो हमेशा मुझे राह दिखाती हैं।”
प्रियंका गांधी ने भी अपनी दादी इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें नमन किया है। कांग्रेस नेत्री के हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “मेरी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी जी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत हमेशा महाराष्ट्र के नंदुरबार से करती थीं। वे मानती थीं कि आदिवासी समाज की संस्कृति सबसे अच्छी और अनूठी है क्योंकि वह प्रकृति का सम्मान और संरक्षण करती है। जब वे प्रधानमंत्री बनीं तो आदिवासी समाज के लिए कई महत्वपूर्ण कानून बनाकर उन्हें शक्ति देने का काम किया। उन्होंने अपनी नीतियों से आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों को सबसे ज्यादा मजबूत किया। आज कांग्रेस पार्टी जाति आधारित जनगणना और SC/ST/OBC के लिए आरक्षण की सीमा 50% से बढ़ाने की मांग करके इंदिरा गांधी जी के विचारों को ही आगे बढ़ा रही है। दादी जी! आपके दिए सेवा और संस्कार के सबक सदैव हमारे साथ रहेंगे।”