Jammu Kashmir News: तकनीक के इस बढ़ते दौर ने कठिन कार्यों को भी सरल बना दिया है और आज आसमान से लेकर समुद्र की गहराई तक पहुंचना भी मानो कितना आसान हो गया है। ताजा उदाहरण जम्मू-कश्मीर की चेनब नदी पर बन रहे रेलवे ब्रिज का है। दरअसल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के तहत कश्मीर के सुदूर पहाड़ी इलाको में भी रेलवे सेवा शुरू करने के लिए काम जारी है।
उत्तर रेलवे जोन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार जल्द ही USBRL रेल लिंक परियोजना के तहत रामबन से रियासी तक का सफर आसान हो सकेगा। दरअसल जम्मू के इन दोनों शहरों को जोड़ने के लिए चेनब नदी के ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनाया जा रहा है जिसका काम जल्द ही पूरा किया जा सकेगा। दावा किया जा रहा है कि इस रेलवे ब्रिज के बनने के बाद रामबन से रियासी का सफर चंद घंटों में ही पूरा किया जा सकेगा।
Ramban से Reasi का सफर होगा आसान
जम्मू, उधमपुर, रामबन, आनंतनाग व कुलगाम जैसे जिलों से सीमा साझा करने वाले रियासी जिले का जम्मू-कश्मीर में अहम स्थान है। रियासी इस केन्द्र शासित प्रदेश का प्रशासनिक जिला है जिसकी वजह से भारी संख्या में लोगों का रियासी आना-जाना लगा रहता है।
भारतीय उत्तर रेलवे ने इसी क्रम में नागरिकों की सुविधा को देखते हुए रियासी व रामबन जिले को चेनब नदी के ऊपर बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज से जोड़ने का काम किया है। उत्तर रेलवे की दी गई जानाकरी के मुताबिक जल्द ही इस रेलवे ब्रिज के माध्यम से रेल सेवा शुरू हो सकेगी जिससे कि रियासी से रामबन आना-जाना बेहद आसान हो सकेगा।
क्या है USBRL रेल लिंक परियोजना?
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना (USBRL) के तहत जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों को रेल सेवा के माध्य से कनेक्ट किया जा रहा है। बता दें कि इस परियोजना के तहत 48.1 किमी लंबे बनिहाल-संगलदान फेज का उद्घाचन 20 फरवरी 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। वहीं इसके पहले फेज काजीगुंड-बारामूला सेक्शन का उद्घाटन अक्टूबर 2009 में किया गया था। USBRL रेल लिंक परियोजना के शेष बचे हुए 18 किमी लंबे बनिहाल-काजीगुंड खंड को जून 2013 में तो वहीं 25 किमी लंबे उधमपुर-कटरा खंड का उद्घाटन जुलाई 2014 में हुआ था।